आशाओं ने तहसील पर दिया धरना
संवाद सहयोगी, रानीखेत : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर आशा कार्यकर्ताओं ने हड़ताल
संवाद सहयोगी, रानीखेत : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के संयुक्त आह्वान पर आशा कार्यकर्ताओं ने हड़ताल दूसरे तहसील परिसरों में धरना दिया। केंद्र सरकार पर उनकी उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा अब आशाओं की अनदेखी कतई बर्दास्त नहीं की जाएगी।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि आशाओं की नियुक्ति के बाद देश में मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। उन्होंने आशाओं को कर्मचारी का दर्जा देने, न्यूनतम वेतन 18 हजार दिए जाने, फील्ड कर्मियों की तर्ज पर भत्ता देने, पेंशन, निशुल्क चिकित्सा, बीमा करने तथा एनजीओ से हटाकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिए जाने की मांग की। इस दौरान जिला उपाध्यक्ष मीना आर्या, सरोज चौधरी, भावना बिष्ट, आशा पांडे, नाजमा बेगम, शांति सती, प्रेमा सुयाल, राधा देवी, विमला खाती, लीला देवी, मीना बिष्ट, नीमा बिष्ट, पुष्पा तिवारी, शांति चौधरी, उमा पांडेय, अल्का जोशी, लीला बेलवाल आदि मौजूद रही।
द्वाराहाट : आशाओं ने बाजार में जुलूस निकाल प्रदर्शन किया। केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर तहसील परिसर में धरना दिया। इस दौरान अध्यक्ष ललिता मठपाल, कोषाध्यक्ष आशा काडपाल, उमा पंत, दीपा काडपाल, ललिता देवी, विमला आर्या, हेमा देवी, कमला देवी, पुष्पा रावत, दीपा देवी, परुली देवी, रेखा साही, चंपा रावत, बसंती बिष्ट, माधवी देवी, लीला बिष्ट, आशा रौतेला, दीपा भरड़ा, रमा बिष्ट, हेमलता पाडे आदि मौजूद रहे।