मंत्री के आश्वासन से जगी उम्मीद की किरण
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : आल्पस फैक्ट्री अघोषित रूप से बंद होने से बेरोजगार हुए फैक्ट्री के
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : आल्पस फैक्ट्री अघोषित रूप से बंद होने से बेरोजगार हुए फैक्ट्री के श्रमिक-कर्मचारियों को अब प्रदेश के वित्त मंत्री के आश्वासन से नई उम्मीद जगी है। वित्त मंत्री प्रकाश पंत ने उन्हें आश्वस्त किया है कि एक सप्ताह के भीतर सरकार उनके मामले में ठोस निर्णय लेगी और उनके लंबित देयकों के भुगतान का प्रयास करेगी। अल्मोड़ा आगमन पर आंदोलित कर्मचारियों ने उनसे सर्किट हाउस में मुलाकात कर दुखड़ा सुनाया। इधर गांधी पार्क में पांचवें रोज भी उनका धरना जारी रहा।
पिछले पांच महीनों का वेतन दिलवाने, ईपीएफ की राशि जमा करवाने तथा फैक्ट्री का संचालन शुरू कराने की मांग को लेकर पिछले पांच रोज से आल्पस फैक्ट्री के श्रमिक गांधी पार्क में धरना दे रहे हैं। मंगलवार को भी धरना बरकरार रहा। आंदोलन के चलते एक शिष्टमंडल ने अल्मोड़ा के विधायक एवं विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ ¨सह चौहान की मध्यस्थता में अल्मोड़ा पहुंचे वित्त मंत्री प्रकाश पंत से सर्किट हाउस में मुलाकात की और उनके समक्ष अपना दुखड़ा रखा। वित्त मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनके गंभीर प्रकरण पर राज्य सरकार एक सप्ताह के अंदर कोई ठोस निर्णय लेगी और फैक्ट्री के संचालन तथा देयकों के भुगतान का पूरा प्रयास करेगी। शिष्टमंडल में पीसी तिवारी, त्रिलोचन जोशी, मनोज सनवाल, पंकज वर्मा, रेखा धस्माना आदि शामिल थे।
इधर श्रमिकों को वित्त मंत्री के आश्वासन से उम्मीद तो जगी है ¨कतु उन्होंने धरना जारी रखने का निर्णय लिया है और कहा है कि यदि आश्वासन के अनुरूप एक सप्ताह के भीतर सरकार ने कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया, तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन व सरकार की होगी। पांचवें रोज धरने में चंद्रशेखर जोशी, प्रमोद साह, गिरीश कर्नाटक, घनश्याम जोशी, विनोद पाटनी, राजेश भट्ट, हेमंत रावत, देवेंद्र किरौला, मंजुला साह, ममता भंडारी, गीता बिष्ट, माया देवी, शीला साह, मंजू बिष्ट, सीमा आर्या आदि शामिल थे।