कैंसर पीड़ितों की सेवा को बनाया जीवन का लक्ष्य
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : कैंसर से पीड़ित पिता के दर्द को महसूस कर डॉ. मंजरी ने इस खतरनाक
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : कैंसर से पीड़ित पिता के दर्द को महसूस कर डॉ. मंजरी ने इस खतरनाक बीमारी के मरीजों का उपचार व उनकी तीमारदारी को अपना लक्ष्य बना लिया। जेपी हॉस्पिटल नोएडा में कैंसर विभाग की सीनियर रजिस्ट्रार यह चिकित्सक कैंसर के प्रति जागरूकता अभियान भी चला रही हैं। इसी के चलते डॉ. मंजरी रविवार को देहरादून में यूथ आइकॉन अवार्ड से नवाजी जाएंगी।
बाजार वार्ड निवासी स्व. संतोष लाल साह की इस होनहार पुत्री की प्रारंभिक शिक्षा दूनागिरि मॉडर्न स्कूल से हुई। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट टिहरी से करने के बाद राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी से 2013 में एमबीबीएस की डिग्री लेकर टिहरी के लाटा प्राथमिक चिकित्सालय में बतौर चिकित्सक नियुक्ति मिली। इस बीच पिता के गले में कैंसर होने की पुष्टि होने पर देहरादून व दिल्ली में कीमोथेरेपी करवाई। इस दौरान मंजरी ने सैकड़ों कैंसर पीड़ितों के दर्द को नजदीक से महसूस कर ठान लिया कि वह इस खतरनाक बीमारी से संघर्ष कर रहे मरीजों का उपचार व देखभाल करेगी।
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कैंसर पीड़ितों की सेवा को बनाया लक्ष्य
मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली में ओंकोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला लिया। पहले मरीज भी पिता ही थे। पढ़ाई और पिता के इलाज के लिए आर्थिक संकट भी खूब झेला। उपचार के बावजूद पिता तो नहीं बच सके लेकिन मंजरी ने कैंसर पीड़ितों की सेवा को ही अपना लक्ष्य बना लिया। हर मरीज में अपने पिता का अक्स देख उनकी खूब सेवा करती हैं। इतना ही नहीं दिल्ली व उत्तराखंड में कैंसर के विरुद्ध जागरूकता अभियान भी चला रही है। उनकी इसी खूबी के चलते सोमवार को देहरादून के आईआरडीटी ऑडिटोरियम में यूथ आइकॉन का अवार्ड राज्यपाल बेबी रानी के हाथों मिलेगा।