खस्ताहाल विश्राम गृह में लिए स्वैब नमूने
कोरोना संक्रमण से खड़ी हुई चुनौती से निपटने को स्वास्थ्य कर्मी मुस्तैदी से धरातल पर डटे हुए हैं। पर सुविधाएं न होने से भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रानीखेत, जेएनएन : कोरोना संक्रमण से खड़ी हुई चुनौती से निपटने को स्वास्थ्य कर्मी मुस्तैदी से धरातल पर डटे हुए हैं पर सुविधाएं न होने से उन्हें भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद की सीमा पर स्थित भुजान क्षेत्र में खंडहर हो चुके यात्री विश्राम गृह में ही स्वैब नमूने लेने को मजबूर हैं।
अल्मोड़ा व नैनीताल जनपद की सीमा पर भुजान क्षेत्र में बीते तीन माह से बाहरी जनपदों व राज्यों से आवाजाही कर रहे करीब दस हजार से ज्यादा लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग से तापमान जाच की जा रही है। वहीं बीते एक माह से स्वैब के नमूने लेने का कसम भी शुरू हो चुका है। स्वास्थ्य कर्मी व पुलिसकर्मी मुस्तैदी से ड्यूटी निभा रहे हैं पर सुध लेने वाला नहीं है। आलम यह है कि बदहाल स्थिति में पहुंच चुके यात्री विश्राम गृह में ही मजबूरी में स्वैब के नमूने लिए जा रहे हैं। जिससे कर्मचारियों व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही परीक्षण को पहुंच रहे लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने स्वैब के नमूने लिए उपयुक्त जगह चयनित किए जाने की माग उठाई है।
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नमूने लेने के लिए पहले टैंट लगाया गया था। अब उसे ताड़ीखेत मुख्यालय स्थानातरित किया गया है। मजबूरी में जगह न मिलने से यात्री विश्राम गृह में ही नमूने लिए जा रहे हैं।
- डॉ. डीएस नबियाल, प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी ताडी़खेत