इस वर्ष महाविद्यालयों में नहीं होंगे छात्रसंघ चुनाव
महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव के लिए संघर्ष कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर नहीं है। इस वर्ष अब छात्रसंघ चुनाव नहीं होंगे। छात्र-छात्राओं को छात्रसंघ चुनाव के लिए नौ महीने इंतजार करना पड़ सकता है।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव के लिए संघर्ष कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर नहीं है। इस वर्ष अब छात्रसंघ चुनाव नहीं होंगे। छात्र-छात्राओं को छात्रसंघ चुनाव के लिए नौ महीने इंतजार करना पड़ सकता है।
कोविड काल के कारण पिछले दो वर्षों से महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए है। कोविड काल निपटने के बाद धीरे-धीरे स्थितियां सामान्य होने लगी। कई राज्यों में विधानसभा चुनाव भी हो गए, लेकिन छात्रसंघ चुनाव नहीं हुए। छात्रसंघ चुनाव को लेकर उपेक्षापूर्ण रवैए के खिलाफ छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतर आए। एसएसजे विश्वविद्यालय से संबंद्ध महाविद्यालय के छात्र-छात्राएं आए दिन आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को साफ शब्दों में कह दिया है अगर जल्द छात्रसंघ चुनाव नहीं किए गए तो उग्र आंदोलन को बाध्य होना पड़ेगा।
छात्रों के आक्रोश को देखते हुए विश्वविद्यालय के अल्मोड़ा परिसर की बैठक हुई। इसमें छात्रसंघ चुनावों को लेकर सभी विभागाध्यक्षों ने विचार विमर्श किया। विश्वविद्यालय ने सभी महाविद्यालयों और परिसरों से छात्रसंघ चुनाव के संबंध में बैठक कर रिपोर्ट देने को कहा है। रिपोर्ट आने के बाद ही विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव पर निर्णय लेगा। छात्रसंघ चुनाव पर अंतिम मुहर शासन के माध्यम से लगेगी।
फिलहाल अभी तक रिपोर्ट विश्वविद्यालय को नहीं पहुंची है। विश्वविद्यालय ने सरकार के पाले में गेंद डालकर छात्रसंघ चुनाव का मामला लटका दिया है। सरकार भी विधानसभा चुनाव के लिए तैयार हो चुका है। इस महीने के आखिर तक आचार संहिता लग सकती है। ऐसे में छात्रसंघ चुनाव इस साल होने की उम्मीद नहीं है।
सभी महाविद्यालयों से रिपोर्ट आने का इंतजार है। उसके बाद ही छात्रसंघ चुनाव के लिए रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। छात्रसंघ चुनाव पर अंतिम निर्णय शासन स्तर से होगा।
- प्रो. सुधीर बुढ़ाकोटी, कुलसचिव, एसएसजे विवि, अल्मोड़ा