ब्लॉक स्तरीय स्पर्धा में विद्यार्थियों ने दिखाई प्रतिभा
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिले के विभिन्न विकास खंडों में ब्लॉक स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता आ
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिले के विभिन्न विकास खंडों में ब्लॉक स्तरीय संस्कृत प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें छात्र-छात्राओं ने संस्कृत भाषा की छह स्पर्धाओं में अपनी प्रतिभा दिखाई। विजेताओं को मौके पर ही पुरस्कृत किया गया।
ब्लॉक लमगड़ा की संस्कृत प्रतियोगिता के जूनियर वर्ग की समूह नृत्य में जीजीआइसी जलना, गायन में संस्कृत विद्यापीठम् कनरा डोल, आशु भाषण में चंद्रशेखर पलड़िया, श्लोकोच्चारण में विमल तिवारी, वाद-विवाद में अंजलि फत्र्याल व तान्या जोशी, समूहगान में संस्कृत विद्यापीठम् कनरा डोल, वही सीनियर वर्ग में समूह नृत्य में जीजीआईसी जलना, नाटक में संस्कृत विद्यापीठ कनरा डोल, आशुभाषण में राइंका जसकोट, श्लोकोच्चारण में राइंका सत्यों, समूह गान में राबाइंका जलना, तथा संस्कृत वाद-विवाद में राइंका सत्यों ने पहला स्थान प्राप्त किया। मुख्य अतिथि के तौर पर जागेश्वर क्षेत्र के विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल मौजूद रहे। उन्होंने राबाइंका जलना में 1000 बच्चों के बैठने के लिए टिनशैड का निर्माण करने की घोषणा की। अध्यक्षता प्रधानाचार्या सपना सिंह तथा संचालन भावना पांडे तथा जयश्री पोखरिया ने की। इस मौेके पर डीसी पंत, तारा दत्त पांडे, स्वामी विश्वेश्वरानंद,मदन मोहन पांडे, इंद्र सिंह डसीला समेत अनेक शिक्षक मौजूद थे।
भैसियाछाना: विकास खंड की ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिता राजकीय इंटर कालेज बाड़ेछीना में हुई। प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग के नाटक स्पर्धा में राजकीय इंटर कालेज नगरखान, समूहगान व नृत्य में राजकीय बालिका इंटर कालेज बाड़ेछीना ने प्रथम स्थान हासिल किया। वहीं कनिष्ठ वर्ग के नाटक में राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धनियान, नृत्य में विद्या मंदिर बाड़ेछीना तथा समूह गान में राजकीय इंटर कालेज बाडे़छीना प्रथम स्थान पर रहा। इस मौके पर मुख्य अतिथि पूर्व विधायक मनोज तिवारी ने कहा कि संस्कृत केवल भाषा ही नहीं है वरन यह हमारी संस्कृति भी है। इसलिए इसका संवर्द्धन करना हम सभी का परम कर्तव्य है। खंड संयोजक जनार्जन तिवारी ने सभी अतिथियों का आभार जताया। इस मौके पर खंड शिक्षा अधिकारी हरीश रौतेला, ब्लॉक प्रमुख हरीश रौतेला, प्रधानाचार्य गिरीश चंद्र टम्टा, बसंत राम आर्या, आनंद बल्लभ जोशी, भाष्करानंद पांडे समेत विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक मौजूद थे।