जिद पूरी न होने पर छात्र संघ अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
एसएसजे परिसर में गुरुजनों व छात्र संघ के बीच गहराई खाई पटने का नाम नहीं ले रही है।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : एसएसजे परिसर में गुरुजनों व छात्र संघ के बीच गहराई खाई पटने का नाम नहीं ले रही। पेट्रोल प्रकरण के बाद उठा बवंडर कैंपस को अब भी अशांत किए है। छात्र नेताओं के दबाव में पहले कुमाऊं विवि प्रशासन की ओर से किए गए बदलाव के बावजूद नवनियुक्त अधिष्ठाता छात्र कल्याण व कुलानुशासक को न हटाए जाने पर छात्र संघ अध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया है। उसने एक बार फिर संयुक्त निदेशक को निशाने पर ले अध्यक्ष पद से कार्यमुक्त करने की मांग उठाई है।
बीती 15 नवंबर को छात्र संघ अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने खुद पर फिर परिसर निदेशक प्रो. आरएस पथनी पर पेट्रोल उड़ेल दिया था। तब उसे निलंबित कर मुकदमा दर्ज कराया गया। हालांकि, बाद में उसे जमानत मिल गई थी। इधर, कुलपति ने मामला शांत कराने के मकसद से प्रो. पथनी को छुट्टी पर भेज प्रो. जगत सिंह बिष्ट को संयुक्त निदेशक नियुक्त किया। साथ ही जांच कमेटी गठित की। बाद में प्रॉक्टर व डीएसडब्ल्यू को हटा प्रो. केसी जोशी को अधिष्ठाता छात्र कल्याण व डॉ. संजीव आर्या को कुलानुशासक नियुक्त कर दिया।
कुछ दिन मामला शांत रहने के बाद छात्र संघ ने नवनियुक्त कुलानुशासक व अधिष्ठाता छात्र कल्याण को हटाए जाने की जिद पकड़ ली। साथ ही संयुक्त निदेशक प्रो. जगत सिंह बिष्ट पर उन्हें न हटाने तथा गुटबाजी का आरोप लगा डाला। इस पर संयुक्त निदेशक ने छात्र संघ अध्यक्ष पर माहौल बिगाड़ने की तोहमत मढ़ पद व अभाविप से निष्कासित कराने की चेतावनी दे दी थी। इधर, छात्र संघ अध्यक्ष दीपक ने इस्तीफा दे दिया।
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'छात्र संघ अध्यक्ष ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है। इस पर विचार किया जाएगा। छात्र संघ अध्यक्ष ने मुझ पर जो आरोप लगाए हैं वह कतई निराधार हैं।
- प्रो. जगत सिंह बिष्ट, संयुक्त निदेशक एसएसजे परिसर'
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'संयुक्त निदेशक कैंपस में माहौल बिगाड़ने का जिम्मेदार मुझे ठहरा रहे। संयुक्त निदेशक का अभाविप से निष्कासित करने की बात उचित नहीं है। मैं काम करने में असमर्थ हूं। जैसे पूर्व में मुझे अनुशासनहीनता पर निलंबित किया गया था। उसी तरह मुझे अब छात्र संघ अध्यक्ष पद से कार्यमुक्त कर दिया जाय।
- दीपक उप्रेती, छात्र संघ अध्यक्ष