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स्मार्टटीवी व प्रोजेक्टर से स्मार्ट हो रहे नौनिहाल

दीप सिंह बोरा, रानीखेत अभावों के पहाड़ में घटती छात्र संख्या के मद्देनजर जहां हजारों

By JagranEdited By: Published: Thu, 27 Sep 2018 10:55 PM (IST)Updated: Thu, 27 Sep 2018 10:55 PM (IST)
स्मार्टटीवी व प्रोजेक्टर से स्मार्ट हो रहे नौनिहाल
स्मार्टटीवी व प्रोजेक्टर से स्मार्ट हो रहे नौनिहाल

दीप सिंह बोरा, रानीखेत

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अभावों के पहाड़ में घटती छात्र संख्या के मद्देनजर जहां हजारों सरकारी स्कूल बंदी की कगार पर हैं, वहीं पर्वतीय क्षेत्रों के कुछ प्राथमिक विद्यालय न केवल कॉन्वेंट स्कूलों को टक्कर दे रहे, बल्कि 'प्रोजेक्टर, लैपटॉप व स्मार्टटीवी' के जरिये खुद भी स्मार्ट बन रहे। कई दुर्गम विद्यालयों में ब्लैकबोर्ड अब गुजरे जमाने की बात हो चली है। बदले हालात व कायाकल्प का ही नतीजा है कि पब्लिक स्कूलों की ओर दौड़ रहे अभिभावक अपने बच्चों को इन सरकारी विद्यालयों में दाखिले का मन बनाने लगे हैं।

ताड़ीखेत ब्लॉक में लगभग सवा सौ वर्ष पुराने प्राथमिक विद्यालय जैनोली, पिलखोली, पातली या स्यालीखेत आदि। इनकी तस्वीर बदल गई है। जर्जर भवन व बदरंग दीवारें और टाट पट्टियां नहीं आकर्षक पेंटिंग, सजीधजी दीवारें व बच्चों के बैठने को रंगगिरंगी बेंच व लंबी टेबल हैं। खास बात कि विज्ञान हो या गणित के सवाल नौनिहाल प्रोजेक्टर व स्मार्टटीवी के जरिये हल निकाल रहे। ¨हदी व अंग्रेजी की कविताएं या व्याकरण, सब स्मार्टटीवी पर मूवी रूप में झूमते गाते याद कर चुके।

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ऐसे बदली तस्वीर

दरअसल, बीते वर्ष राज्य भर में शुरू 'रूपांतरण' अभियान के जरिये सरकारी स्कूलों की कायाकल्प को तत्कालीन डीएम ईवा आशीष ने अपने अनटाइड फंड से पहल शुरू की। हर ब्लॉक में दो-दो सरकारी स्कूल चिह्नित किए गए। शिक्षाधिकारी गीतिका जोशी के प्रस्ताव पर विधायक करन माहरा ने एक सरकारी स्कूल को गोद ले स्मार्टटीवी व प्रोजेक्टर लगवाया। वहीं विधानसभा के सभी प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर व सौंदर्यीकरण को 40 लाख रुपये भी दिए। इधर संयुक्त मजिस्ट्रेट हिमांशु खुराना ने भी हाथ बढ़ाए। अब डीएम नितिन सिंह भदौरिया ने जिले में सौ सरकारी स्कूलों की कायाकल्प का लक्ष्य रखा है।

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नैनीताल अपनाएगा अल्मोड़ा मॉडल

रुद्रप्रयाग (गढ़वाल) में बेशक डीएम मंगेश घिल्डियाल ने कंप्यूटरीकृत शिक्षा पर फोकस किया लेकिन हाईस्कूल व इंटरमीडिएट को ही शामिल किया है। उधर नैनीताल जिला प्रशासन ने अल्मोड़ा मॉडल पर काम करने का निर्णय लिया है। सोमवार को बाकायदा सीडीओ की अध्यक्षता में कार्यशाला होगी।

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ये प्राथमिक विद्यालय हुए हाइटेक

= स्मार्ट टीवी : प्राथमिक विद्यालय ताड़ीखेत, पातली, जैनोली, पिलखोली, सौखोला, गाड़ी, सौला, डुंगरा, बधाड़ (ताड़ीखेत ब्लॉक), पंचधारा, स्यालीधार, भूलगाव, जलना, गोलीमोहर, धौलछीना, बजेला, घसपड, जागेश्वर (अल्मोड़ा), मल्ली मिरई व ऐड़ा चौधान (द्वाराहाट), सिनौड़ा (भिक्यिासैंण), पातालगांव व खीड़ा (चौखुटिया), स्याल्दे व गजार (स्याल्दे), खुमाड़ व देवायल (सल्ट), धौलछीना व अलई (भैंसियाछाना), धसपड़ व जागेश्वर (धौलादेवी) ।

= प्रोजेक्टर : प्राथमिक विद्यालय टानारैली, सालीखेत, ड्योड़ाखाल (ताड़ीखेत)।

= लैपटॉप : कनार, थापला, मोवड़ी (ताड़ीखेत)

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'रूपांतरण योजना सिर्फ अल्मोड़ा में ही चल रही। हमारी कोशिश है कि इसे मॉडल के रूप में अपने जिले में भी शुरू किया जाए। ताकि सरकारी स्कूलों को आकर्षक व आधुनिक स्वरूप दिया जा सके। सीडीओ से वार्ता की है।

- केके गुप्ता, सीईओ नैनीताल'

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'रूपातंरण कार्यक्रम अन्य जिलों में चला ही नहीं है। सौंदर्यीकरण, भवनों की मरम्मत आदि कार्य तो हुए हैं लेकिन प्राथमिक स्तर पर प्रोजेक्टर, स्मार्टटीवी व लैपटॉप से पढ़ाई के मामले में अल्मोड़ा कुमाऊं का पहला जनपद बन गया है। प्रशासन की मदद से अभी हम और भी कई स्कूलों को आधुनिक शक्ल देंगे।

- गीतिका जोशी, जिला नोडल अधिकारी रूपांतरण'


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