संशय ने उड़ा दी बाजार की रौनक
संपूर्ण लॉकडाउन की शंका में जहां रोडवेज व केमू की बसों के चक्के नहीं घूमे। वहीं बाजार की रौनक भी फीकी रही।
अल्मोड़ा, जेएनएन: संपूर्ण लॉकडाउन की शंका में जहां रोडवेज व केमू की बसों के चक्के नहीं घूमे। वहीं बाजार की रौनक फीकी पड़ गई। चूंकि सोशल मीडिया पर दिनभर पूरे उत्तराखंड में लॉकडाउन की खबरें चलती रहीं। ऐसे में दूरदराज के ग्रामीण शनिवार को खरीदारी के लिए बाजार पहुंचे ही नहीं। सप्ताह के आखिरी दिन व्यवसाय प्रभावित होने से गुस्साए व्यापारी सड़क पर उतर आए। उन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर गुबार निकाला कि गाइडलाइन रात में जारी की गई। इससे दूर गांवों के लोग असमंजस में रहे। इससे व्यापारियों का कारोबार ठप हो गया। उन्होंने सरकार का पुतला भी जलाया।
नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह ने कहा कि बीती शुक्रवार सुबह से ही उत्तराखंड में पूर्ण लॉकडाउन की खबरें चलीं। प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क किया तो पता लगा कि शनिवार से दो दिन का पूर्ण लॉकडाउन रहेगा। मगर रात में राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी किी जिसमें प्रदेश के केवल चार जिलों में लॉकडाउन का खुलासा किया। नगर अध्यक्ष ने कहा, इससे शनिवार को व्यापार प्रभावित होने से घाटा उठाना पड़ा। सप्ताह के आखिर में दूर गांवों से खरीदारी को पहुंचने वाले लोग लॉकडाउन की आशंका में नहीं आए। कहा कि अगर गाइडलाइन देने में ऐसी ही हीलाहवाली रही तो पुरजोर विरोध किया जाएगा। प्रदर्शन करने वालों में सूरज साह, दीप सिंह डांगी, राम अवतार, जय कुमार, अंकुर वोहरा, चेतन वोहरा, अजीत कार्की, राजेंद्र बोहरा, राम निरंकारी, राकेश जायसवाल, बलवंत राणा, हेमंत रावत, राजू कनवाल, नरेंद्र कनवाल, नितिन कपूर, संजय अग्रवाल, मो हसीन आदि शामिल रहे।