सुरक्षा मानकों में खामी पर संचालक को लताड़
संवाद सहयोगी रानीखेत ढोकाने वाटर फॉल में रविवार शाम हुई घटना के बाद सीओ भवाली व एस
संवाद सहयोगी, रानीखेत : ढोकाने वाटर फॉल में रविवार शाम हुई घटना के बाद सीओ भवाली व एसडीएम कोश्या कुटोली ने वाटर फाल क्षेत्र का सयुंक्त निरीक्षण किया। सुरक्षा मानकों में खामी मिलने पर संचालक के प्रबंधक व अन्य कर्मियों को जमकर लताड़ लगाई। निरीक्षण के दौरान तमाम अन्य अनियमितताएं मिली। वहीं वाटर फाल संचालक के कर्मियों ने कहा कि मृतक के परिजनों की लापरवाही से युवक की डूबने से मौत हुई है। कहा कि परिजनों ने समय पर सूचना दी होती तो युवक को बचा लिया जाता।
सोमवार को सीओ भवाली आरएस नबियाल व एसडीएम विवेक रॉय ने सुयालबाडी़ से पाच किमी दूर ढोकने क्षेत्र में स्थित वाटर फाल का संयुक्त निरीक्षण किया। संचालकों से तमाम जानकारिया ली। सुरक्षा मानकों में तमाम खामी पाई गई। जिस पर संचालक के कर्मियों को जमकर लताड़ लगाई गई।
निरीक्षण के दौरान प्रवेश पर्ची, स्टॉक रजिस्टर व सुरक्षा में तैनात गाडरें के बारे में जानकारी जुटाई गई। सीओ व एसडीम ने कहा कि जाच रिपोर्ट तैयार कर जिलाधिकारी को भेजी जाएगी उसके बाद अग्रिम कार्रवाई होगी। इस दौरान तहसीलदार सुदेश चौहान, राजस्व उपनिरीक्षक पवन ध्यानी, राजपाल सिंह आदि मौजूद रहे।
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लाइव गार्ड में नाबालिग की तैनाती
निरीक्षण के दौरान जब लाइव गार्ड के बारे में जानकारी जुटाई गई तो कर्मचारियों ने बताया कि दो लोगों की लाइव गार्ड में तैनाती है। जब दोनों को मौके पर बुलाया गया तो एक युवक नाबालिग मिला। जिस पर सीओ दंग रह गए।
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संचालक बोले- परिजनों की गलती से घटी घटना
विभागीय अधिकारियों ने जब वाटरफाल संचालक के कर्मचारियों से घटना की जानकारी ली तो कर्मचारियों ने घटना में परिजनों के गलती बताई। कहा कि रविवार सुबह 11बजे परिजन वाटरफाल पहुंचे थे। युवक के न मिलने की सूचना उन्हें शाम चार बजे दी गई, यदि समय पर सूचना दी गई। होती तो शायद युवक को बचा लिया जाता।
============= याद रहे साहिल (18) पुत्र सरफराज हुसैन निवासी मोहल्ला नियाजगंज (अल्मोड़ा) अपने चाचा शाकिर हुसैन व अन्य परिजनों के साथ अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर सुयालबाड़ी से करीब पाच किमी दूर ढोकाने फॉल की सैर पर निकला। बताते हैं कि सायं लगभग साढ़े चार बजे साहिल झरने के नीचे झील क्षेत्र की गहराई से अनजान नहाने चला गया। तभी गहरे में वह डूबता चला गया। काफी देर तक वह पानी से बाहर नहीं निकला तो मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया। स्थानीय गोताखोरों ने करीब तीन घटे की मशक्कत के बाद साहिल का शव बरामद किया।