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सरेबाजार भिड़े व्यापारी नेता व सिपाही, धक्का मुक्की

संवाद सहयोगी, रानीखेत : वन वे पर माल से लदा कैंटर ले जाने के मसले पर बखेड़ा खड़ा हो गया।

By JagranEdited By: Published: Sun, 22 Jul 2018 10:41 PM (IST)Updated: Sun, 22 Jul 2018 10:41 PM (IST)
सरेबाजार भिड़े व्यापारी नेता व सिपाही, धक्का मुक्की
सरेबाजार भिड़े व्यापारी नेता व सिपाही, धक्का मुक्की

संवाद सहयोगी, रानीखेत : वन वे पर माल से लदा कैंटर ले जाने के मसले पर बखेड़ा खड़ा हो गया। व्यापारी नेता व यातायात पुलिस के जवान में भिड़ंत हो गई। एक दूसरे को देख लेनी की धमकी दी गई। दोतरफा गंभीर आरोप मढ़े गए। धक्का मुक्की के बीच मामला इस कदर गरमाया कि नौबत हाथापायी तक जा पहुंची। माहौल बिगड़ता देख लोगों ने बीचबचाव किया। अफरा तफरी के बीच कोतवाल ने पंचायत बैठाई। दोनों पक्षों को बुलवा कर सुलह समझौता करा दिया गया।

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मामला रविवार की दोपहर का है। हल्द्वानी से सामान लेकर कैंटर विजयी चौक होते हुए रोडवेज स्टेशन की ओर बढ़ने लगा। चौक पर तैनात यातायात पुलिस के सिपाही गोपाल जोशी ने वन-वे का हवाला दे वाहन रोक लिया। इस पर चालक ने हिल इंजीनियरिंग वर्कशॉप के मालिक महेंद्र सिंह को फोन कर मौके पर बुलवा लिया। सिपाही ने स्पष्ट कर दिया कि वन वे पर कैंटर किसी सूरत में नहीं भेजा जाएगा। तब महेंद्र सिंह ने व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवंत नेगी को फोन लगा बात करानी चाही लेकिन सिपाही ने कोई बात नहीं की।

चर्चा है कि एक दूसरे व्यापारी के कहने पर सिपाही ने कैंटर को वन-वे पर भेज दिया। इधर व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवंत नेगी ने मौके पर पहुंच सिपाही से फोन न उठाने का कारण पूछा। इस पर व्यापारी नेता व सिपाही में बहस होने लगी। व्यापारी नेता का आरोप था कि जो वाहन चालक रुपये देते हैं, उन्हें वन-वे पर जाने से नहीं रोका जाता। वहीं सिपाही ने व्यापारी नेता पर धमकाने व गालीगलौज का आरोप लगाया। कहासुनी के बीच विवाद बढ़ा तो उनमें धक्का-मुक्की होने लगी। हाथापायी की नौबत आने पर लोगों ने जैसे तैसे विवाद शांत कराया।

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आपस में मिलकर होंगे अच्छे काम

कोतवाल नारायण सिंह ने विवाद के तुरंत बाद व्यापार मंडल अध्यक्ष भगवंत नेगी को कोतवाली बुलवाया। सिपाही को भी बैठाया। कहा कि आपस में मिलकर रहने से ही व्यवस्था अच्छी बनेगी। बहरहाल, व्यापार मंडल व पुलिस के बीच तलवारें खिंचने की आशंका को खत्म कर दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया।


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