साधूू जवाब नहीं देतेे, दूसरों को जागरूक करते हैं
अल्मोड़ा जिले के डोल आश्रम में श्री रामकथा के तीसरे दिन मोरारी बापू ने कहा कि संत दूसरों को जागरूक करता है।
अल्मोड़ा, [जेएनएन]: संत मोरारी बापू ने कहा कि साधु जवाब नहीं देता जागरूक करता है। उसके पास बैठना श्रेष्ठ है। द्वैत से क्रोध होता है और जीवन में दूसरा है तो क्रोध है।
डोल आश्रम में राम कथा के तीसरे दिन मोरारी बापू ने कहा कि प्रकाशित करने में उभय का कोई काम नही होता है। गंगा जब बहती है तो दो किनारे बन जाते हैं। जब गंगा है तो दो किनारे हैं। वो दो लोक मृत्यु लोक, ब्रह्म लोक को प्रकाशित करता है। इन दोनों के मध्य जो ऊर्जा बह रही है वो ही श्री है। श्री परलोक पूर्णता का नाम श्री विद्या है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि श्री पूर्ण है। श्रीतत्व के बिना कोई श्रीमान और श्रीमत नहीं हो सकता है।
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