सड़क के गड्ढों पर अब मिट्टी का मरहम
संवाद सहयोगी रानीखेत पहाड़ों की ग्रामीण सड़कें बजट ठिकाने लगाने का जरिया बन चुकी है। कर
संवाद सहयोगी, रानीखेत: पहाड़ों की ग्रामीण सड़कें बजट ठिकाने लगाने का जरिया बन चुकी है। करोड़ों रुपया खर्च किए जाने के बावजूद सड़कों की हालत में सुधार नहीं हो रहा। कुछ ऐसी ही हकीकत बया कर रहा है शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग। बजट ठिकाने का जरिया बन चुकी ग्रामीण सड़कों पर करोड़ों खर्च के बावजूद अब गड्ढों को छिपाने के लिए मिट्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
रानीखेत खैरना स्टेट हाईवे से वर्धो, बढेरी, रतौड़ा, नैनीचैक, तिवारी गाव, बेतालघाट आदि तमाम गावों को जोड़ने के लिए बना शहीद बलवंत सिंह भुजान वर्धो मोटर मार्ग करोड़ों रुपया खर्च होने के बावजूद खस्ता हालत में पहुंच गया है। करीब छह माह पूर्व राज्य सरकार ने 4.49 करोड़ रुपया मोटर मार्ग की मरम्मत को खर्च किया। बजट की बाजीगरी व गुणवत्ता विहीन कायरें के चलते मोटर मार्ग एक बार फिर दम तोड़ने लगा है। जगह जगह गड्ढे हालत बयां कर रहे है। विभाग ने अब गड्ढे भरने को डामर की जगह मिट्टी का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।
==================
घिरौली पुल पर भी मंडराया खतरा
बेतालघाट बाजार को जोड़ने वाला घिरौली पुल भी दयनीय हालत में पहुंच गया है। रखरखाव के अभाव में पुल के रैंप पर बिछी चादरों खतरनाक हो गई हैं। इन चादरों से कई वाहनों के टायर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिस कारण वाहन स्वामियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वहीं पुल के खस्ताहाल होने से दुघर्टना का खतरा भी बड़ता ही जा रहा है। रतौड़ा पुल से बेतालघाट को जोड़ने वाला मोटर मार्ग भी खस्ता हालत में है। बड़े-बड़े गढ्डे दुर्घटना का सबब बने हुए हैं। बावजूद संबंधित विवाद ध्यान नहीं दे रहा। मोटर मार्ग की बदहाल होने से ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही मोटर मार्ग दुरुस्त नहीं किया गया तो जन आदोलन किया जाएगा।
=================
'बारिश से भी कई जगह गड्ढे हो चुके हैं। अभी बजट नहीं है। बजट मिलते ही पेचवर्क का कार्य करवाया जाऐगा। घिरौली पुल के समीप नए पुल का निर्माण किया जाना है। फिलहाल आवाजाही में दिक्कत न हो इसके लिए निरीक्षण कर कार्य करवाया जाएगा।
- मो. राशिद, एई, लोनिवि'