स्वीकृति के 14 बरस बाद भी नहीं मिला सड़क सुख
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : स्वीकृति के चौदह बरस बाद भी सड़क सुख न मिलने एक बार फिर से ग्रामीण
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : स्वीकृति के चौदह बरस बाद भी सड़क सुख न मिलने एक बार फिर से ग्रामीणों में रोष पनपने लगा है। कहा कि रोड न बनने से क्षेत्र की करीब छह हजार की आबादी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। चेतावनी दी शीघ्र कार्य पूरा नहीं किया गया तो सड़क के लिए सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे।
विकासखंड द्वाराहाट व ताड़ीखेत के कई गांवों को रोड से जोड़ने के लिए वर्ष 2004 में 20 किमी. लंबे कफड़ा तिपौला मोटरमार्ग का स्वीकृति मिली। 11 किमी तक डामरीकरण कर शेष 9 किमी. का कार्य अधूरा छोड़ दिया गया। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन पर ग्रामीणों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि विभागीय हीलाहवाली व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण रोड का कार्य पूरा नहीं किया जा रहा है। दो टूक चेतावनी दी शीघ्र शेष कार्य को समय पर पूरा नहीं किया गया तो एक बार फिर सड़क के लिए सड़क पर उतरने को बाध्य होंगे। बाद में विधायक महेश नेगी को ज्ञापन भेज समस्या के समाधान की मांग की। ज्ञापन भेजने वालों में कफड़ा तिपौला रोड निर्माण संघर्ष समिति अध्यक्ष बचे सिंह बिष्ट, बीडीसी भूपाल राम व माया किरौला, ग्राम प्रधान ललित मोहन पाडे, प्रभा रौतेला, कमला देवी, रेनू कुवार्बी, चंद्रा देवी, राजेंद्र राम, बीना देवी, ललिता देवी, बीरेंद्र सिंह मेहरा आदि शामिल रहे।