अधिकारी-कर्मचारी समन्वय मंच में आक्रोश, दिया धरना
उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी समन्वय मंच की जिला इकाई ने प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर बुधवार को धरना दिया।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : उत्तराखंड अधिकारी-कर्मचारी समन्वय मंच की जिला इकाई ने प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर बुधवार को पदोन्नति पर लगी रोक को हटाने समेत आठ सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि मांगों के निराकरण के संबंध में अब हीलाहवाली कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी बुधवार की पूर्वाह्न में माल रोड स्थित गांधी पार्क में एकत्रित हुए। उन्होंने सभा में कहा कि अनेक मांगों पर पूर्व में शासन के साथ समझौता भी हुआ था, लेकिन उनका क्रियान्वयन अब तक नहीं किया गया है। इससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंच अर्से से समस्याओं के निराकरण की मांग उठा रहा है, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। सभा में वक्ताओं ने पदोन्नति में लगी रोक को तत्काल हटाने, सेवारत व सेवानिवृत्त कार्मिकों को यू हेल्थ कार्ड की सुविधा उपलब्ध कराए जाने, सेवा में शिथिलीकरण की पूर्ववर्ती व्यवस्था को बहाल किए जाने, 10, 16 व 26 वर्ष की सेवा पर पदोन्नत वेतनमान अनिवार्य रूप से प्रदान किए जाने, पुरानी पेंशन योजना को बहाल किए जाने,सेवानिवृत्ति के कगार पर पहुंचे कार्मिकों को अन्तिम वर्ष में उनके द्वारा मांगे गए एच्छिक स्थान पर स्थानान्तरित किए जाने, पूर्व में हुए समझौते के अनुरूप शासनादेश जारी किए जाने की मांग उठाई गई। सभा के दौरान कर्मचारियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी भी की। इस मौके पर संयोजक पुष्कर सिंह भैसोड़ा ने कहा कि यदि जल्द ही समस्याओं के निराकरण के संबंध में कारगर उपाय नहीं किए गए तो मंच प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर आंदोलन को और तेज करने को विवश होगा। कहा कि कार्मिकों के हितों की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
धरने व सभा में धीरेंद्र कुमार पाठक, पंकज कुमार कांडपाल, दीप शिखा मेलकानी, दीपक तिवारी, तनुजा मेहता, अमित कुमार, सोनू कुमार, हेमंत सिंह भोज, बीडी तिवारी, हरीश जोशी, शशि मोहन पांडे, जगजीवन बिष्ट समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।