राशन विक्रेताओं ने किया आंदोलन तेज करने का एलान
लंबित मांगों पर मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई न होने से आक्रोशित गल्ला विक्रेताओं ने आंदोलन तेज करने का मन बना लिया है।
संस, रानीखेत : लंबित मांगों पर मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई न होने से आक्रोशित गल्ला विक्रेताओं ने अब आंदोलन तेज करने का मन बना लिया है। शासन प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती आंदोलन जारी रहेगा।
शनिवार को शिव मंदिर परिसर में सस्ता गल्ला विक्रेताओं की बैठक में समस्याओं पर मंथन किया गया। वक्ताओं ने कहा राशन विक्रेता लंबे समय से प्रधानमंत्री जनकल्याण योजना का दस माह का बिल व लाभाश में बढ़ोतरी तथा किा बीमा व विक्रेताओं का बीमा कर मानदेय दिए जाने की माग कर रहे हैं। कहा कि सरकार राशन विक्रेताओं के मांगों की अनदेखी कर उनकी उपेक्षा कर रही है। कहा कि कोरोना संकट में सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने जान जोखिम में डाल राशन वितरण का कार्य किया बावजूद कोई सुध नहीं ली जा रही।
सर्वसम्मति से तय हुआ कि यदि जल्द समस्याओं का समाधान ना हुआ तो आंदोलन और तेज किया जाएगा। बैठक में संघ अध्यक्ष हेमंत रौतेला, राजेंद्र सिंह मेहरा, संजय बिष्ट, महेंद्र देव, प्रेम बिष्ट, सुजान मेहरा, प्रेम गोस्वामी, आनंद बुधनी मौजूद रहे।
------------ राशन कार्ड में अनियमितताओं को लेकर चढ़ा ग्रामीणों पारा
संस, रानीखेत : स्टेट हाईवे से सटे टूनाकोट गाव में हुई बैठक में राशन कार्ड को लेकर हंगामा हो गया। ग्रामीणों ने गलत तरीके से राशन कार्ड बनाए जाने का मुद्दा उठाया। आरोप लगाया कि पात्र व्यक्तियों के कार्ड सही नहीं बनाए गए हैं, जबकि अपात्र व्यक्तियों के मानकों से उलट कार्ड बना दिए गए हैं। ग्रामीणों ने गाव में दूसरे विभाग की टीम से सर्वे करा राशन काडरें की जाच कराए जाने की माग उठाई।
गाव के समीप मंदिर परिसर में हुई बैठक में तमाम बिंदुओं पर चर्चा हुई। राशन कार्ड के मुद्दे पर ग्रामीण आग बबूला हो उठे। आरोप लगाया कि गरीब व्यक्तियों के एपील व बीपीएल कार्ड बनाए गए हैं जबकि समृद्ध परिवारों के अंत्योदय कार्ड बना दिए गए हैं जो नियमों के खिलाफ है। आरोप लगाया कि लोग गाव छोड़कर जा चुके हैं बावजूद उनके यूनिट का राशन आ रहा है ऐसे में सरकार को भी चूना लग रहा है ग्रामीणों ने एक स्वर में दूसरे विभाग से गाव में दोबारा राशन कार्ड सर्वे कराए जाने की माग उठाई। इस दौरान ग्राम विकास अधिकारी अनीता राणा, ग्राम प्रधान मीना देवी, गिरीश चंद्र जोशी, भीम सिंह, आनंद सिंह, सुंदर सिंह, बची सिंह, देवेंद्र सिंह, नारायण सिंह, जमन सिंह, पान सिंह, गोविंद सिंह, झूंगर सिंह, पूरन सिंह, विक्रम सिंह आदि मौजूद रहे।