हाईस्कूल व इंटर में रानीखेत का दबदबा
इंटर और हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में रानीखेत के होनहारों का दबदबा रहा।
जागरण टीम, अल्मोड़ा/ रानीखेत : उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में इस बार रानीखेत उपमंडल का दबदबा रहा। पर्यटन नगरी स्थित मिशन इंटर कॉलेज के दीपक सती ने 95 प्रतिशत अंकों के साथ 12वीं में प्रदेश की मेरिट में तीसरा स्थान हासिल कर जिला टॉप किया। दूसरी ओर, हाईस्कूल में आदर्श बालिका इंटर कॉलेज रानीखेत की आकांक्षा बोहरा 96.20 फीसद अंक लेकर 10वीं में रैंक के साथ जनपद टॉपर रहीं। खास यह कि जिले के सुदूर नौगांव कफड़ा (द्वाराहाट), इंटर कॉलेज भ्याड़ी (सल्ट) व इंटर कॉलेज बाड़ेछीना (भैंसियाछाना ब्लॉक) की मेधाओं ने भी गौरव बढ़ाया है। इंटर में विवेकानंद इंटर कॉलेज के सात व हाईस्कूल में पांच प्रतिभाओं ने मेरिट में जगह बनाई। वहीं विवेकानंद बालिका विद्या मंदिर जीवनधाम अल्मोड़ा में 12वीं की एक तो 10वीं की तीन बेटियों ने मेरिट में स्थान बनाया।
===== आइएएस बन दीपक करेंगे देशसेवा
पर्यटन नगरी के मुख्य बाजार में रहने वाले इंटर के जिला टॉपर दीपक सती (तीसरी रैंक, 95 फीसद) आइएएस बन देश सेवा करना चाहते हैं। बताया कि जितना भी पढ़ा जाय मन लगाकर। दीपक पांच से छह घंटे नियमित पढ़ाई करते हैं। 10वीं में प्रदेश में नौवीं रैंक पर रहे दीपक को हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में जिला टॉपर रह चुकी बड़ी बहन गीतांजलि से प्रेरणा मिली। वह सफलता का श्रेय गृहणी माता सुनीता, व्यवसायी पिता राजेंद्र सती, प्रधानाचार्य सुनील मसीह को देते हैं।
==== अजिता को वन या प्रशासनिक सेवा की धुन
डॉ. लीलाधर भट्ट विवेकानंद विद्या मंदिर इंटर कालेज द्वाराहाट की छात्रा अजिता तिवारी (94.60 फीसद) मेरिट में 5वीं रैंक पर है। उन्होंने हिंदी में 92, अंग्रेजी में 85, भौतिकी में 98, रसायन में 99 व गणित में 100 अंक प्राप्त किए हैं। 10वीं में इस बेटी ने मेरिट में 7वां स्थान बनाया था। अजिता स्नातक के बाद भारतीय वन सेवा अथवा प्रशासनिक सेवा में जाना चाहती हैं। पिता जमुना प्रसाद तिवारी जीआइसी बटुलिया में जीवविज्ञान के प्रवक्ता हैं। उत्कृष्ट कायरें के लिए उन्हें भी 2016 में राज्यपाल तथा 2017 में शैलेस मटियानी पुरस्कार मिल चुका है। मां भावना तिवारी गृहिणी हैं। अजिता अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों व माता पिता को देती हैं।
====== भौतिक विज्ञानी बनना चाहते हैं गालभ
मेरिट में छठी रैंक पर रहे विवेकानंद इंटर कॉलेज के छात्र गालभ जोशी (94.40 प्रतिशत) भौतिक विज्ञानी बनना चाहते हैं। नियमित चार से पांच घंटे पढ़ाई करने वाले गालभ कहते हैं कि मेहनत व लगन से पढ़ा जाय तो लक्ष्य आसान हो जाता है। हाईस्कूल में भी छठी रैंक पर रहे गालभ गाने के शौकीन भी हैं। उन्होंने सफलता का श्रेय महिला डेयरी में कार्यरत माता गीता जोशी, व्यवसायी पिता विद्याचंद्र जोशी व गुरुजनों को दिया।
====== इंजीनियर बनना चाहती हैं आकांक्षा 10वीं में जिला टॉपर आकांक्षा बोहरा (96.20 प्रतिशत) घिंघारी कुनेलाखेत गांव के मध्यम परिवार से हैै। उनकी तमन्ना इंजीनियर बन देशसेवा करने की है। पिता गोपाल सिंह दिल्ली की प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। मां आशा देवी गृहणी है। वह अपनी सफलता का श्रेय प्रधानाचार्य नीलम नेगी, शिक्षिकाएं, पीएस से रिटायर्ड दादा दलीप सिंह व दादी लक्ष्मी देवी को देती हैं। नियमित पांच से छह घंटे पढ़ने वाली आकांक्षा जूनियर बच्चों को संदेश देती है कि गिरेंगे तो ही उठने का साहस जुटाएंगे। पढ़ाई को बोझ समझने के बजाय लगन लगाएंगे तो कामयाबी जरूर मिलेगी।
---== सिविल सर्विसेज में जाएंगी भावना
10वीं की मेरिट में 14वीं रैंक पर रही भावना तिवारी (95.40) सिविल सर्विसेज में जाना चाहती हैं। एसएसबी में तैनात पिता कृष्ण चंद्र तिवारी व गृहणी माता गीता तिवारी की यह मेधावी रोज चार से पांच घंटे नियमित पढ़ती है। गणित व सामाजिक विज्ञान में रुचि रखने वाली भावना कहती है कि दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ पढ़ाई की जाय तो कामयाबी जरूर मिलती है। सफलता का श्रेय माता पिता व गुरुजनों को दिया।