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पटवारी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नहीं कोरोना योद्धा कहिए

कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को जहां स्वास्थ्य कर्मी समेत तमाम विभागों के लोग कार्य कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 10:06 PM (IST)Updated: Thu, 09 Apr 2020 06:18 AM (IST)
पटवारी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नहीं कोरोना योद्धा कहिए
पटवारी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता नहीं कोरोना योद्धा कहिए

जागरण टीम, अल्मोड़ा/ रानीखेत : कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम को जहां स्वास्थ्य कर्मी व अन्य अधिकारी मुस्तैदी से जुटे हुए हैं वहीं कोरोना वॉरियर्स के रूप में राजस्व उपनिरीक्षक भी गांव-गांव मुस्तैदी से जुटे हुए हैं। तमाम समस्याओं से जूझने के बावजूद राजस्व उपनिरीक्षक उच्च अधिकारियों से लगातार संपर्क साथ रोजाना की अपडेट उपलब्ध करा रहे हैं। कर्मचारियों की कमी के बावजूद करीब बीस बीस गांवो की जिम्मेदारी उठा लगातार काम में जुटे हुए हैं। राजस्व उपनिरीक्षक ही असली कोरोना वॉरियर्स हैं। जिनके दम पर उच्च अधिकारी भी योजना बनाते हैं। इधर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी कोरोना संकटकाल में पूरे मनोयोग के साथ अपने कर्तव्य पथ पर अग्रसर हैं। कई गांवों की जिम्मेदारी है। रोजाना 15 -16 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ता है। शाम को चौकी में पहुंच स्वयं खाना बनाना है। सुबह होते ही क्षेत्र में निकल जाते हैं। उच्च अधिकारियों के निर्देश का पालन किया जा रहा है। कुछ सामग्री का अभाव है। जिससे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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- कमल चौधरी,राजस्व उपनिरीक्षक, कुंवाली --------करीब 25 गांवो की जिम्मेदारी है। सभी से संपर्क साधना जरुरी होता है। रोजाना उच्च अधिकारियों को गांव की स्थिति के बारे में अपडेट भी करते हैं। मास्क, गलब्ज व सेनिटाइजर के अभाव में भी मुस्तैदी से जुटे है।

- गिरीश कुमार, राजस्व उपनिरीक्षक,भुजान (रानीखेत)

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लगभग बीस गांवों की निगरानी की जिम्मेदारी है। गांव के लोगों को संक्रामक बीमारी से बचने की जानकारी भी दी जा रही है। सुबह से रात कब हो जाती है पता ही नहीं चलता।

- विजेंद्र नाथ, राजस्व उपनिरीक्षक बमस्यू (रानीखेत)

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आपदाकाल में मानव सेवा सच्ची सेवा है। खुद के पैसे से सेनिटाइजर व मास्क खरीदकर सेवित क्षेत्र में इनका वितरण किया जा रहा है। इसके अलावा लोगों को फिजिकल डिस्टेंसिग के महत्व को भी समझाया जा रहा है। केंद्रों में अवकाश तथा लॉक डाउन के बाद से अब तक 3 महिलाओं तथा 14 बच्चों को टेक होम राशन का वितरण कर दिया गया है।

-सुशीला गुरूरानी, आंगनबाड़ी वर्कर, जैंती

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दो महिलाओं तथा 4 बच्चों को टेक होम राशन का वितरण कर दिया गया है। केंद्र में पंजीकृत महिलाओं व बच्चों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है। समय-समय पर सेवित क्षेत्र में जाकर ग्रामीणों को कोरोना वायरस से बचाव के बारे में जानकारी दी जा रही है।

-ललिता धौनी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शहरफाटक


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