अब सिल्ट ने सुखाए नगरवासियों के हलक
हाय पानी हाय पानी। इन हालातों से जूझ रहे हैं नगरवासी।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : हाय पानी, हाय पानी। इन हालातों से जूझ रहे हैं नगरवासी। विभाग करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी नगरवासियों को साफ व स्वच्छ पेयजल उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। नगर में पेयजल व्यवस्था से पेयजल उपभोक्ता खासे परेशान हैं। वहीं जल महकमा कभी कोसी नदी में सिल्ट व कभी तकनीकी खराबी का हवाला देते हुए अपना पल्ला झाड़ रहा है। वहीं आखिरकार इस अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार कौन है।
विगत दिनों गोविंदपुर व दौलाघट क्षेत्र में हुई बारिश के बाद आई सिल्ट की समस्या शुक्रवार को भी हल नहीं हो सकी। इसके चलते आधे से अधिक शहर के विभिन्न मोहल्लों में पेयजल आपूर्ति ठप रही। इससे करीब 80 हजार की आबादी को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लोगों ने अपने आसपास के प्राकृतिक जल स्रोतों के नौलों व धारों से पानी ढोकर वैकल्पिक व्यवस्था कर जैसे तैसे काम चलाया। इधर नगर के समीपवर्ती विकास खंडों के शैल, एनटीडी, पपरशली, कफड़खान, कसारदेवी, चितई, पेटशाल, खगमराकोट, करबला, लोधिया, बर्शिमी, मोतियापाथर, शहरफाटक, पेटशाल, खत्याड़ी आदि इलाकों में भी ग्रामीण पेयजल को लेकर परेशान रहे। इधर हिदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अभय साह, पूर्व सैनिक लीग के पीजी गोस्वामी ने कोसी नदी में बार-बार आ रही सिल्ट की समस्या के निदान को कारगर कार्ययोजना तैयार किए जाने की मांग उठाई है।
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नगरवासियों को पिंडर नदी से उपलब्ध कराएं पेयजल
अल्मोड़ा : उत्तराखंड क्रांति दल ने नगरवासियों को निर्बाध ढंग से पेयजल आपूर्ति के लिए गुरुत्व पर आधारित पिंडर नदी से पेयजल उपलब्ध कराने की मांग की है। इस बावत दल ने अपर जिलाधिकारी के माध्यम से पेयजल संसाधन मंत्री केंद्र सरकार तथा मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया है। कहा कि वर्तमान में जिस कोसी नदी से नगरवासियों को पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, उसका जल स्तर लगातार गिरता जा रहा है, वहीं सिल्ट आने समेत तमाम अन्य समस्याएं भी आ रही है। ज्ञापन देने वालों में ब्रह्मानंद डालाकोटी, शिवराज बनौला समेत अनेक पदाधिकारी व सदस्य शामिल थे।
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कोसी नदी से शुक्रवार को भी सिल्ट को हटाने का कार्य चला। बैराज के गेट खोलकर सिल्ट बहाई गई। इससे पंपिंग प्रभावित रही। शनिवार को भी नगर में आंशिक जलापूर्ति की संभावना है।
-मुकेश कुमार, एई, जल संस्थान