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अल्मोड़ा पुस्तकालय में जरूरी संसाधनों का अभाव

अल्मोड़ा जिले के पुस्तकालय में वर्तमान में 50 हजार से अधिक पुस्तकें हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Aug 2021 10:26 PM (IST)Updated: Sun, 01 Aug 2021 10:26 PM (IST)
अल्मोड़ा पुस्तकालय में जरूरी संसाधनों का अभाव

संस, अल्मोड़ा : जिला पुस्तकालय में वर्तमान में 50 हजार से अधिक पुस्तकें हैं। मगर पुस्तकालय में अन्य जरूरी संसाधनों की कमी बनी हुई है। पुस्तकालयाध्यक्ष का पद जहां पिछले 20 सालों से रिक्त चल रहा है, वहीं कैटलॉगर, जिल्दसाज की कमी से यह पुस्तकालय सालों से जूझ रहा है। यहां प्रतिदिन 80 से 110 के बीच लोग पुस्तक पढ़ने आते हैं। ऐसे में उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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जिला मुख्यालय स्थित 60 साल पुराने पुस्तकालय की छत खस्ताहाल है। इससे बारिश के दौरान अधिकांश स्थानों पर पानी टपकता है। इससे पुस्तकें खराब होने का अंदेशा रहता है। हालांकि दो साल पहले छत का जीर्णाेद्धार किया गया जो नाकाफी साबित हो रही है। वहीं वर्षों से जिला मुख्यालय में लाइब्रेरियन का पद खाली पड़ा है। इसके अलावा पुस्तकालय के लिए पूर्व में स्वीकृत पदों कैटलॉगर व जिल्दसाज के पद इन काíमकों के सेवानिवृत्ति के बाद ही सालों से रिक्त पड़े हैं। इससे पाठकों को जहां पुस्तकों को चयन करने में परेशानी हो रही है, वहीं पुरानी हो चुकी पुस्तकों के संरक्षण का कार्य प्रभावित हो रहा है। कमोवेश यही हाल रानीखेत, बाड़ेछीना तथा द्वाराहाट पुस्तकालयों का भी है। द्वाराहाट को छोड़कर अन्य पुस्तकालयों में लाइब्रेरियन ही नहीं हैं।

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विभाग व शासन पुस्तकालयों में पाठकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस दिशा में प्रयास किया गया है। लाइब्रेरी में पाठकों की डिजिटल पढ़ाई के लिए पांच नए कंप्यूटर स्थापित कर दिए गए हैं। लाइब्रेरियन तथा अन्य रिक्त पदों की सूचना शिक्षा निदेशालय व शासन को भेजी गई है।

-हर्ष बहादुर चंद, मुख्य शिक्षा अधिकारी, अल्मोड़ा


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