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तिहरे हत्याकांड से दहशत में डूबा पहाड़

By Edited By: Published: Wed, 30 Jul 2014 08:27 PM (IST)Updated: Wed, 30 Jul 2014 08:27 PM (IST)
तिहरे हत्याकांड से दहशत में डूबा पहाड़

गणेश पांडेय, दन्यां : पर्वतीय इलाकों में पहाड़ सा कठिन जीवन यापन करने वाले सीधे-साधे लोग गल्ली-गधेरे में हुए तिहरे हत्याकांड से दहशत में हैं। बाहर से आने वाले फेरी वाले अथवा मजदूरों को अपने ही परिवार का सदस्य मानने वाले लोगों में अब जबर्दस्त दहशत व्याप्त होने लगी है।

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गल्ली-गधेरे में पनचक्की चलाकर लोगों का मडुवा, मक्का, गेहूं आदि अनाज पीसकर अपने परिवार का भरण पोषण करने वाले प्रेम सिंह को क्या पता था कि उसके घर में रहने वाले बाहरी लोग जिन्हें वह पारिवारिक सदस्यों की तरह मानता था इस हद तक जा सकेंगे। हत्यारों ने उसी के मकान में शराब पी और फिर मिलकर पूरे परिवार की नृशंस हत्या कर दी जिसे देखकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। 12 वर्षीय पोते की आंख तक बाहर निकाल रखी थी। क्षेत्र के लोगों ने बताया कि सरयू पेयजल योजना में काम करने वाले दूसरे प्रांतों के लोग कई महीनों से उसके मकान में बतौर किरायेदार रहते थे। उन्हें प्रेम सिंह अपने लोगों की तरह से लाड़-प्यार करता था। उसे क्या पता था कि जिन लोगों को वह अपना समझ रहा है वे ही उसके परिवार की तबाही में शामिल होंगे। सालजाड़ा तोक के एकांत मकान में हुए इस वारदात से अब दूर दराज में रहने वाले पहाड़ी लोग खासे दहशत में हैं। क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों का कहना है कि बाहर से आने वाले फेरीवाले, मजदूर, कारीगर और अन्य किस्म का व्यापार करने वाले लोगों का सख्ती के साथ प्रशासन द्वारा सत्यापन किया जाना जरूरी है। गौरतलब है कि पर्वतीय इलाकों में लोग इक्के-दुक्के मकानों में काफी दूर दूर निवास करते हैं। पिछले कुछ सालों से यहां पर बाहरी लोगों का निर्बाध रूप से आवागमन जारी है। इनकी आवाजाही पर तत्काल निगरानी रखने की मांग क्षेत्र के जन प्रतिनिधियों ने की है।


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