वन पंचायत व सरकारी भूमि पर कर लिया अवैध कब्जा
खत्याड़ी वन पंचायत व आसपास की सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे का मामला गरमा गया है।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : खत्याड़ी वन पंचायत व आसपास की सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे का मामला गरमा गया है। खत्याड़ी के पंचायत प्रतिनिधि व ग्रामीण अतिक्रमण के खिलाफ सड़क पर उतर आए। उन्होंने अवैध रूप से काबिज आरोपितों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तथा सरकारी एवं वन पंचायत की भूमि को अतिक्रमण मुक्त किए जाने की मांग उठाई। साथ ही कार्रवाई न होने पर आंदोलन तेज करने का भी एलान किया।
वन पंचायत एवं राज्य सरकार की जमीन पर अवैध कब्जों के खिलाफ खत्याड़ी के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है। बुधवार को पंचायत प्रतिनिधि एवं स्थानीय लोग जिला मुख्यालय जा धमके। अतिक्रमणकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई। पूर्व प्रधान हरीश सिंह कनवाल का तर्क था कि वन पंचायत तथा राज्य सरकार की भूमि का सीमांकन किया जाना चाहिए। ताकि अवैध रूप से किया गया कब्जा मुक्त कराने में आसानी हो। पूर्व प्रधान ने कहा कि अतिक्रमण से वन पंचायत को नुकसान हो रहा है। उन्होंने साफ कहा कि वन पंचायत की जमीन पर अवैध कब्जे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
क्षेत्रवासियों ने तहसीलदार के माध्यम से जिला प्रशासन व एसडीएम को संबोधित ज्ञापन भी दिया। इस मौके पर माया कनवाल, नीमा मेहता, बसंती देवी, ललिता कनवाल, अनिल कुमार, नाथू सिंह, दिवान कनवाल, मनोज कनवाल, रोहित कनवाल, राम सिंह कनवाल, नवीन कनवाल, सुंदर सिंह, सूरत कनवाल, मनोज आर्या, संजय कनवाल, पंकज कनवाल, आनंद सिंह कनवाल आदि मौजूद रहे।
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खत्याड़ी के ग्रामीणों ने वन पंचायत की भूमि पर अतिक्रमण किए जाने की शिकायत की है। मामला संज्ञान में है। इसकी गहन जाच कर्रा जाएगी। सरकारी भूमि या वन पंचायत की जमीन पर अतिक्रमण पाया गया तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाएंगे।
- सीमा विश्वकर्मा, उपजिलाधिकारी