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पहाड़ में देर रात्रि तक जुट रही बैठकी होली महफिल

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पौष मास के पहले रविवार से शुरू हुआ बैठकी होली गायन का क्रम ज

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Dec 2018 10:45 PM (IST)Updated: Tue, 18 Dec 2018 10:45 PM (IST)
पहाड़ में देर रात्रि तक जुट रही बैठकी होली महफिल
पहाड़ में देर रात्रि तक जुट रही बैठकी होली महफिल

संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : पौष मास के पहले रविवार से शुरू हुआ बैठकी होली गायन का क्रम जारी है। नगर के विभिन्न स्थानों देर रात्रि तक बैठकी होली का गायन किया जा रहा है। जिसमें युवा तथा बुजुर्ग उत्साहपूर्वक भागीदारी कर रहे हैं। पहले चरण में होली रसिकों की ओर से विष्णु पदी होली गीत गाए जा रहे हैं।

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होली गायन के तहत होल्यारों ने सोमवार की देर रात्रि तक गणपति को भज लीजे मनुवा, केहि विधि रास रचाऊं, जटन विराजत गंग, मुरली नागिन सौं मन लीन्हों.., भव भंजन गुण गाऊं, मैं अपने राम को रिझाउं.., कृपा करो महाराज, शरण तोहि आई मैं आज.. समेत अनेक आध्यात्मपरक होली गीतों का गायन किया गया। नगर की सांस्कृतिक संस्था श्री लक्ष्मी भंडार हुक्का क्लब में इस मौके पर अखिल कार्की, त्रिभुवन गिरि, श्याम लाल साह, हर्षित अधिकारी, ललित मोहन साह, राजेंद्र तिवारी आदि शामिल रहे। उधर हर वर्ष की भांति रानीधारा स्थित गोविंदाश्रम में भी बैठकी का दौर शुरू हो गया है। होल्यारों ने तूने कैसी बंशी बजाई घनश्याम.., बंशी वाले को जाने न दूंगी.. जैसे अनेक होली गीत प्रस्तुत किए। इसमें वरिष्ठ होल्यार नवीन बिष्ट, हरीश चंद्र कांडपाल, निर्मल पंत, चंद्रशेखर पांडे, राघव पंत, विजय कुमार जोशी, कंचन तिवारी, पीतांबर तिवारी, राजेंद्र सिंह नयाल, प्रेम प्रकाश जोशी, हंसा कांडपाल व महेश पंत ने संगत की। इधर त्रिपुरासुंदरी नव युवक कला केंद्र में भी होल्यारों ने भक्तिपरक होली गीत गाए। उधर बाड़ेछीना में भी बैठकी होली गायन शुरू हो गया है।


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