Move to Jagran APP

गुलदार के आतंक से ग्रामीण दहशत में

द्वाराहाट के समीपवर्ती गावों में गुलदार जंगली सुअर तथा बंदरों के आतंक से ग्रामीण दहशत में है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Sep 2020 06:33 AM (IST)Updated: Tue, 15 Sep 2020 06:33 AM (IST)
गुलदार के आतंक से ग्रामीण दहशत में
गुलदार के आतंक से ग्रामीण दहशत में

संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : नगर के समीपवर्ती गावों में गुलदार, जंगली सुअर तथा बंदरों के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं। एक तरफ गुलदार घरों के आगन में मवेशियों को मार रहा है तो जंगली सुअर व बंदरों ने फसल नष्ट कर डाली है। सलालखोला व पूजाखेत में तीन दिन के भीतर जीवन सिंह व गिरीश सिंह की दुधारू गाय को गुलदार अपना निवाला बना चुका है। समीप के खेतों में गुलदार के कुनबे द्वारा आशियाना बना लिए जाने के कारण महिलाएं फसल कटाई के लिए खेतों में जाने से डर रही हैं। वहीं खड़ी फसल को सुअर व बंदर चौपट कर जा रहे हैं। बीडीसी सदस्य उमा बिष्ट ने बताया कि गुलदार दिन में ही घरों के करीब आ धमक रहा है। जिस कारण जानमाल का नुकसान होने की भी आशका है। उन्होंने पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की माग की है। उधर सिमलगंव, मैनोली, तल्ली कहाली, कुई, विजयपुर, नट्टागुल्ली, बयेला आदि क्षेत्रों में भी जंगली सुअरों ने खड़ी फसल नष्ट किए जाने से काश्तकारों को भारी नुकसान पहुंचाया है।

loksabha election banner

नगर के समीपवर्ती गावों में गुलदार, जंगली सुअर तथा बंदरों के आतंक से ग्रामीण परेशान हैं। एक तरफ गुलदार घरों के आगन में मवेशियों को मार रहा है तो जंगली सुअर व बंदरों ने फसल नष्ट कर डाली है। सलालखोला व पूजाखेत में तीन दिन के भीतर जीवन सिंह व गिरीश सिंह की दुधारू गाय को गुलदार अपना निवाला बना चुका है। समीप के खेतों में गुलदार के कुनबे द्वारा आशियाना बना लिए जाने के कारण महिलाएं फसल कटाई के लिए खेतों में जाने से डर रही हैं। वहीं खड़ी फसल को सुअर व बंदर चौपट कर जा रहे हैं। बीडीसी सदस्य उमा बिष्ट ने बताया कि गुलदार दिन में ही घरों के करीब आ धमक रहा है। जिस कारण जानमाल का नुकसान होने की भी आशका है। उन्होंने पिंजरा लगाकर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की माग की है। उधर सिमलगंव, मैनोली, तल्ली कहाली, कुई, विजयपुर, नट्टागुल्ली, बयेला आदि क्षेत्रों में भी जंगली सुअरों ने खड़ी फसल नष्ट किए जाने से काश्तकारों को भारी नुकसान पहुंचाया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.