बच्चों के अंदर छिपी प्रतिभा को उजागर करती हैं लेखन कार्यशालाएं : कुंजवाल
अल्मोड़ा के जीआइसी अंडोला में पांच दिवसीय लेखन कार्यशाला का समापन हुआ। इस दौरान विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे।
संवाद सहयोगी, दन्यां: देश बाल कर्णधारों के अंदर छिपी प्रतिभा को उजागर करवाने में इस तरह की कार्यशालाएं मील का पत्थर साबित हो सकती हैं। लेखन कार्यशालाएं बच्चों की रचनात्मक प्रतिभा को बाहर निकालने का सर्वोत्तम मंच साबित होती हैं।
यह बात पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व जागेश्वर क्षेत्र के विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने जीआइसी अंडोली में आयोजित पांच दिवसीय लेखन कार्यशाला के समापन समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि कही। बच्चों की पत्रिका बाल प्रहरी, भारत ज्ञान विज्ञान समिति और झांकर सैम जन कल्याण समिति के तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला में बच्चों ने न केवल कविता, गीत, कहानी और नाटकों की स्वयं रचना की बल्कि मंचीय प्रस्तुतियां भी दी। पांच दिनों के भीतर विद्यालय के प्रत्येक बच्चे ने हस्त लिखित पत्रिका को भी स्वयं तैयार किया। समापन के अवसर अव्वल आये बाल रचनाकारों को कुंजवाल ने पुरस्कार प्रदान करते हुए कार्यशाला के आयोजन को सार्थक बताया। उन्होंने विद्यालय में खेल के मैदान के लिए दो लाख रुपये विधायक निधि से देने की भी घोषणा की। उन्होंने बाल प्रहरी के सम्पादक उदय किरौला का विशेष आभार जताया। इस अवसर पर पूर्व ब्लॉक प्रमुख पीतांबर पांडे, सम्पादक उदय किरौला, पूरन बिष्ट, गोपाल दत्त पाण्डे, खड शिक्षाधिकारी चंद्र सिंह बिष्ट, चंद्र मणी भट्ट, जिला पंचायत सदस्य नंदन सिंह नेगी आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन झांकर सैम जन कल्याण समिति के महामंत्री चंद्रमणी भट्ट ने किया। ========= बच्चों द्वारा तैयार हस्त लिखित पत्रिका अंडोली दर्पण का किया लोकार्पण
दन्यां: कार्यशाला के समापन के अवसर पर बच्चों की रचनाओं को समेटने वाली हस्त लिखित पत्रिका अंडोली दर्पण का विमोचन भी किया गया। हस्त लिखित इस पत्रिका में पांच दिनों के अन्तराल में बच्चों द्वारा लिखित सामग्री को समाहित किया गया है।