वन विभाग ने लोनिवि पर ठोका 9.29 लाख का जुर्माना
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : सड़क कटान का मलबा रामगंगा में बहाना लोनिवि को भारी पड़ गया। निर्माणाधीन ऊणी मह
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : सड़क कटान का मलबा रामगंगा में बहाना लोनिवि को भारी पड़ गया। निर्माणाधीन ऊणी महादेव भिक्यासैंण रोड पर मरचूला के पास कई टन मलबा गिराए जाने से वन संपदा को जहां भारी नुकसान पहुंचा है, वहीं रामगंगा का प्राकृतिक प्रवाह भी बाधित हो गया है। इसे वन संरक्षण अधिनियम का खुला उल्लंघन मानते हुए वन क्षेत्राधिकारी जौरासी ने ईई प्रांतीय खंड (लेनिवि) को नोटिस भेज 9.29 लाख रुपये का जुर्माना ठोका है। विभागीय स्तर पर किसी सरकारी कार्यदायी विभाग पर यह अब तक का सबसे बड़ा अर्थदंड है।
ताड़ीखेत ब्लॉक के ऊणी महादेव को भिक्यासैंण होते हुए मरचूला तक सीधा जोड़ने के लिए वर्ष 2017 में सड़क को मंजूरी मिली थी। मोटर मार्ग के निर्माण को पहाड़ी का कटान किया गया था। आरोप है कि इससे निकला कई टन मलबा लोनिवि प्रांतीय खंड की निगरानी में पहाड़ी से होकर निचले भूभाग से गुजर रही रामगंगा नदी में गिरा दिया गया। नतीजतन, जिस हरीभरी पहाड़ी से मिट्टी पत्थर गिराया गया उसके 0.5 हेक्टेयर वन भूमि में संपदा नष्ट होती चली गई। वहीं नदी में मलबा जमा होते रहने से उसका प्राकृतिक प्रवाह बाधित हो गया। क्षेत्राधिकारी मोहनराम आर्या ने मौका मुआयना के बाद ईई लोनिवि को नोटिस भेज दिया है। साथ ही 9.29 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
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ईई लोनिवि प्रांतीय खंड को नोटिस भेज एक सप्ताह के भीतर अर्थदंड के रूप में 9.29 लाख रुपये आरओ कार्यालय में जमा कराने को कहा गया है। लोनिवि ने मरचूला के पास सड़क निर्माण को काटी गई पहाड़ी का पूरा मलबा नदी में गिरा दिया। इससे वनभूमि की संपदा को भी बहुत नुकसान हुआ है।
- मोहन राम आर्या, क्षेत्राधिकारी जौरासी
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'वन संपदा को नुकसान पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं है। लोनिवि प्रांतीय खंड से नदी में गिरा मलबा हटवाया जाएगा। मलबा गिराए जाने से पहाड़ी पर हरियाली को जो क्षति पहुंची है, उसके एवज में आरोपित विभाग से क्षतिपूरक पौधरोपण भी कराएंगे।
- कुंदन कुमार, डीएफओ