जीवनदायिनी बचाने को जूनियर इको टास्क फोर्स पर फोकस
संवाद सहयोगी रानीखेत दम तोड़ती जीवनदायिनी कोसी को बचाने के लिए पुनर्जनन महाभियान का दूसर
संवाद सहयोगी, रानीखेत : दम तोड़ती जीवनदायिनी कोसी को बचाने के लिए 'पुनर्जनन महाभियान' का दूसरा चरण करीब आते ही जूनियर इको टास्क फोर्स व मातृशक्ति ने भी तैयारी तेज कर दी है। खास बात कि जियो स्पेशल चेयरप्रोफेसर राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग प्रो. जीवन सिंह रावत के निर्देशन में उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) तथा स्याहीदेवी विकास समिति ने विद्यार्थियों व महिलाओं को महाअभियान का हिस्सा बनाने के लिए मुहिम तेज कर दी है।
कोसी के प्रमुख रिचार्ज जोन में शामिल स्याहीदेवी क्षेत्र के विद्यालयों में बच्चों को नदी एवं उसके संरक्षण का महत्व समझाने के लिए कार्यशालाओं का सिलसिला तेज हो गया है। एक मार्च से पुनर्जनन महाअभियान के दूसरे चरण को मुकाम तक पहुंचाने के मकसद से शीतलाखेत महाविद्यालय व जीआइसी कठपुड़िया के बाद शनिवार को जीआइसी बसर व बडगल भट्ट में गोष्ठी की गई। कोसी पुनर्जनन आधारित निबंध व भाषण प्रतियोगिता में बच्चों ने उत्तराखंड की मानव सभ्यता को यहां की नदियों को बचाने की पुरजोर वकालत की। विजेता बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत किया गया। कार्यशाला में प्राचार्या शशि पुरोहित, प्रभारी प्रधानाचार्या ममता राना, समिति संयोजक गिरीश शर्मा, ललित बिष्ट, गणेश पाठक, पूरन नेगी, संजय बिष्ट आदि मौजूद रहे।
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देवलीखान जलागम के गढ़वाली का जंगल बना मिसाल
रानीखेत : सीडीओ मनुज गोयल ने कोसी के रिचार्ज जोन देवलीखान जलागम क्षेत्र में चयनित गढ़वाली जंगलात में कराए गए यांत्रिक व जैविक कार्यो का जायजा लिया। बीते वर्ष हरेला पर्व पर कोसी पुनर्जनन महाअभियान के शुभारंभ पर यहां कुमाऊं रेजिमेंट की इको टास्क फोर्स बटालियन, स्थानीय नवयुवक मंगल दल, महिला समूह, विद्यार्थियों व पर्यावरण प्रेमियों ने 6500 पौधे लगा पूरी मुहिम को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराया था। पूर्व सैनिक ग्रामप्रधान राजेंद्र सिंह बिष्ट निगरानी में लगभग 2 किमी दायरे में मनरेगा के जरिये तारबाड़, चाल खाल, खंती, चेकडैम व पोखरों का निर्माण किया गया है। सीडीओ ने बीडीओ हवालबाग पंकज कांडपाल व ग्राम प्रधान राजेंद्र बिष्ट के प्रयासों को सराहनीय बताया। उन्होंने आगामी पांच वषरें तक वृक्षमित्र की तैनाती कर वनाधिकारियों को सभी जलागम क्षेत्रों में वनाग्नि से निपटने की तैयारी को कहा। इस दौरान बीडीओ पंकज, डीडीओआनंद सिंह बिष्ट, संतोष कुमार, गोपाल नेगी, जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रतिभा काडपाल, बाल विकास परियोजना अधिकारी शशि डोभाल, बसु पाडे, करुणा टम्टा, कनिष्ठ अभियंता मनरेगा दीप तिवारी आदि मौजूद रहे।