16 घटे ठप रही ताड़ीखेत क्षेत्र के गावों की विद्युत आपूर्ति
ताड़ीखेत के जंगल में लगी आग ने 16 घटे ज ितमाम गावों की विद्युत आपूर्ति ठप कर दी।
संवाद सहयोगी, ताड़ीखेत : जंगल में लगी आग ने 16 घटे ज ितमाम गावों की विद्युत आपूर्ति ठप कर दी। बमुश्किल आपूर्ति सुचारू हो सकी। इस दौरान उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
सोमवार गनियाद्योली के जंगल में लगी आग ने भीषण रूप ले लिया। देखते ही देखते लपटें उठने लगी। चीड़ का विशालकाय पेड़ ऊर्जा निगम की 11 केवी की लाइन पर गिर गया। पेड़ के धराशायी होने से विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। चिलियानौला ताडी़खेत फीडर से जुड़े तमाम गावों में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। पेड़ गिरने से धमाईजर, चिलियानौला, लालकुर्ती, सखौंला, बधाड़ समेत आसपास के तमाम गावो के करीब पच्चीस सौ उपभोक्ताओं की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। मंगलवार सुबह ऊर्जा निगम के कर्मचारियों ने बारह श्रमिकों के द्वारा विद्युत लाइन को दुरुस्त करने का कार्य शुरू किया। बमुश्किल चीड़ का पेड़ काटकर हटाया गया। निगम के अवर अभियंता महिपाल सिंह के नेतृत्व में विभागीय टीम के धर्मपाल सहीत बारह श्रमिकों को लेकर धमाइजर के जंगल सें पेड़ हटाकर विद्युत आपूर्ति सुचारू करने में जुटी। कड़ी मशक्कत के बाद दोपहर एक बजे बमुश्किल गावों को आपूर्ति सुचारू हो सकी तब जाकर लोगों ने राहत की सास ली। फिर चढ़ा धूराफाट संघर्ष समिति का पारा संवाद सहयोगी, रानीखेत : पेयजल योजना के कार्य में अनियमितता का आरोप लगा धूराफाट संघर्ष समिति का पारा फिर चढ़ गया है। समिति अध्यक्ष ने जल निगम के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन भेज व्यवस्था में सुधार की माग उठाई है। चेताया है की यदि गावो की उपेक्षा की गई तो एक बार फिर आदोलन का बिगूल फूंक दिया जाएगा।
बीते वर्ष लंबे संघर्ष के बाद कालाखेत पंपिग पेयजल योजना के पुर्ननिर्माण को सरकार से करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत हुआ। कार्यदायी संस्था जल निगम रामनगर ने कार्य शुरू किया पर कार्य की धीमी गति से आक्त्रोशित धूराफाट संघर्ष समिति के पदाधिकारी ब्लाक प्रमुख हीरा रावत के नेतृत्व में जल निगम के रामनगर स्थित कार्यालय जा धमके। एक दिवसीय धरना दिया। सकते में आए संबंधित विभाग ने कार्य तेज करने का भरोसा दिलाया तब जाकर ग्रामीण शात हुए। अब एक बार फिर संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। समिति अध्यक्ष कैलाश पाडे ने संबंधित विभाग के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन भेज कार्यो में मनमानी का आरोप लगाया है। कहा है की सरकारी धनराशि खर्च होने के बावजूद कार्यो में अनियमितता बरती जा रही है, जिसे कतई बर्दाश्त नही किया जाऐगा। दो टूक चेतावनी दी है की यदि समय रहते सुध नही ली गई तो एक बार फिर आदोलन की रुपरेखा तैयार कर दी जाऐगी।