डीआरडीए का गेस्ट हाउस बना अस्थायी जेल
कोरोना महामारी के दौरान जेल में आने वाले कैदियों के लिए अस्थायी जेल बना दी गई है।
अनिल सनवाल, अल्मोड़ा
कोरोना महामारी के दौरान जेल में आने वाले कैदियों के लिए अस्थायी जेल बनाई गई है ताकि जेल के कैदियों व स्टाफ को इसके संक्रमण से बचाया जा सके। इसके लिए डीआरडीए के गेस्ट हाउस को चयनित कर अस्थायी जेल में परिर्वितत कर दिया गया है। जहां महामारी के दौरान आने वाले कैदियों को एक माह तक रखा जाएगा। उसके बाद चिकित्सकों की सलाह पर उसे मुख्य जेल में भेजा जा सकेगा।
कोरोना महामारी के संक्रमण से बचाव के लिए शासन से मिले निर्देश के बाद जिले में इस व्यवस्था को अमलीजामा पहनाया गया है। इस अस्थायी जेल को बनाने का उद्देश्य कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाना है। इस गेस्ट हाउस में चार-चार जेल र्किमयों व पुलिस र्किमयों की तैनाती कर दी गई है। बाहर की सुरक्षा व्यवस्था पुलिस र्किमयों को सौंपी गई है जबकि अंदर की व्यवस्था जेल कर्मचारी करेंगे। हालांकि अभी इस अस्थायी जेल में किसी भी कैदी को नहीं रखा गया है। कैदियों के आ जाने पर इस अस्थायी जेल में स्वास्थ्य विभाग एंबुलेंस व चिकित्सक उपलब्ध कराएगा, डीएसओ को खाद्यान्न, सुरक्षा व्यवस्था पुलिस प्रशासन, परिवहन की व्यवस्था आरटीओ को तथा सफाई की व्यवस्था नगर पालिका को सौंपी गई है। जेल अधीक्षक ही इस अस्थायी जेल के भी अधीक्षक होंगे।
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डीआरडीओ के गेस्टहाउस को अस्थायी जेल बनाया गया है। कोरोना संक्रमण से कैदियों के बचाव के लिए इसको तैयार किया गया है। इस जेल में एक माह तक कैदियों को रखने के बाद मुख्य जेल में लाया जाएगा।
- एसके सुखेजा, जेल अधीक्षक अल्मोड़ा