घोषित चारों जिलों के लिए आरपार की लड़ाई का एलान
अल्मोड़ा के रानीखेत में जिला बनाओ संयुक्त संघर्ष समिति की रथयात्रा का पर्यटन नगरी पहुंची।
संवाद सहयोगी, रानीखेत : जिला बनाओ संयुक्त संघर्ष समिति की रथयात्रा का पर्यटन नगरी पहुंचने पर विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने भाजपा शासन काल में घोषित चार जिले (यमुनोत्री, कोटद्वार, रानीखेत व डीडीहाट) को अस्तित्व में लाने की पुरजोर मांग की। साथ ही चेतावनी भी दी कि शीघ्र जिलों की घोषणा नहीं की गई तो पूरे प्रदेश में प्रदर्शन के साथ जेल भरो आंदोलन आरंभ किया जाएगा।
शुक्रवार को पर्यटन नगरी पहुंची रथ यात्रा में पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष जिला बनाओ संयुक्त संघर्ष समिति अब्बल चंद्र कुमाई ने भाजपा व कांग्रेस सरकारों पर जिला आंदोलन में शामिल लोगों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार को भी कठघरे में खड़ा किया। कहा वर्ष 2011 में घोषित चार जिलों का अब तक अस्तित्व में न आना राजनैतिक दलों की मंशा पर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने समिति सदस्यों से आरपास की लड़ाई को तैयार रहने का आह्वान किया। साथ ही 18 नवंबर को देहरादून में आयोजित रैली को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक लोगों से शिरकत करने का आह्वान किया। रानीखेत जिला बनाओ संघर्ष समिति अध्यक्ष गिरीश भगत, अध्यक्ष बार एसोसिएशन गंगा सिंह रावत आदि ने आंदोलन को पूर्ण समर्थन देने का भरोसा दिया। इस दौरान समिति संरक्षक डीएन बडौला, उपाध्यक्ष कैंट बोर्ड मोहन नेगी, मनोज अग्रवाल, एड. रघुनंदन वैला, दीपक पंत, हर्षवर्धन पंत, भरत सिंह चौहान, विशालमणी रतूड़ी, महिपाल अस्वाल, गुलाब सिंह, पुरुषोतम रतूड़ी आदि मौजूद रहे।