सीएम का दौरा दोबारा न हुआ तो करेंगे देहरादून कूच
अल्मोड़ा के ग्राम पचायत ईड़ा के बाशिंदों ने महापंचायत कर जलापूर्ति होने तक अनशन जारी रखने का निर्णय लिया है।
संवाद सहयोगी, द्वाराहाट : पेयजल संकट से जूझ रहे ईड़ा के बाशिंदों ने महापंचायत कर जलापूर्ति की स्थायी व्यवस्था के लिए आंदोलन और तेज करने का ऐलान किया है। अनशन स्थल पर सुबह ही महापंचायत कर बुजुर्गो व मातृशक्ति ने कहा कि यदि सप्ताहभर के भीतर मुख्यमंत्री का अल्मोड़ा दौरा फिर तय होता है तो जिला मुख्यालय में अपनी बात रखी जाएगी। यदि कार्यक्रम न बना तो शिष्टमंडल देहरादून कूच कर सीएम के दरबार में प्रशासन व विभाग की हठधर्मिता व गांव में बुनियादी सुविधा मुहैया न कराने का मुद्दा उठाया जाएगा।
बीते तीन माह से पेयजल किल्लत की मार झेलते आ रहे ईड़ा गांव में गुरुवार की सुबह महापंचायत बैठी। इसमें आंदोलन की अगली रणनीति पर मंथन किया गया। आंदोलन की कमान संभाले बुजुर्ग व मातृशक्ति ने उम्मीद जताई कि सप्ताहभर में मुख्यमंत्री का अल्मोड़ा कार्यक्रम फिर बनेगा। यह भी निर्णय लिया कि अगर किन्हीं कारणों से इसमें विलंब होता है तो संघर्ष समिति का शिष्टमंडल देहरादून जाकर मुख्यमंत्री को पेयजल संकट से निजात दिलाने में प्रशासन व विभाग के उपेक्षात्मक रवैये के बारे में बताया जाएगा।
दूसरी ओर महिला मंगलदल अध्यक्ष तुलसी देवी ने दो टूक कहा कि जब तक पेयजल योजना दुरुस्त कर जलापूर्ति सुचारू नहीं हो जाती, आंदोलन किसी भी सूरत में खत्म नहीं किया जाएगा। धरने पर मधुली देवी, हीरा देवी, पुष्पा देवी, सरस्वती देवी, मोतिमा देवी, लीला देवी, नीमा देवी, आनंदी देवी के साथ ही कुंदन सिंह, राजेंद्र सिंह, लाली राम, पवन आदि भी बैठे।
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अनशनकारी की सेहत में सुधार
नौ दिनों से भूख हड़ताल पर डटे दिगंबर सिंह की सेहत में लगातार गिरावट आने पर तहसील प्रशासन की टीम ने बीती देर शाम उन्हें जबरन उठा लिया। सीएचसी में भर्ती अनशनकारी की सेहत में अब कुछ सुधार है। बुजुर्ग अनशनकारी केसर सिंह अब भी भूख हड़ताल पर डटे हैं। उनके साथ जीवन सिंह रावत भी अनशन पर हैं।