निजी चिकित्सालयों में भी मिले स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ
संवाद सहयोगी अल्मोड़ा राज्य आंदोलनकारियों ने निजी राजकीय चिकित्सालयों के अलावा निजी अस्पत
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : राज्य आंदोलनकारियों ने निजी राजकीय चिकित्सालयों के अलावा निजी अस्पतालों में भी निश्शुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की मांग की है। आंदोलनकारियों ने कहा है कि सरकारी अस्पताल में समुचित उपचार न मिल पाने के कारण एक राज्य आंदोलनकारी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। रविवार को राज्य आंदोलनकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि राज्य आंदोलनकारियों को सरकारी अस्पतालों में निश्शुल्क स्वास्थ्य सुविधा तो प्राप्त है। लेकिन सरकारी अस्पतालों में गंभीर रोगों के उपचार की कोई व्यवस्था न होने के कारण उन्हें तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वक्ताओं ने कहा है कि कुछ दिनों पहले जिले के राज्य आंदोलनकारी डालाकोट निवासी नवीन राम की तबीयत खराब हुई तो उन्हें उपचार के लिए हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल ले जाया गया। लेकिन बेहतर उपचार न मिलने के कारण उनकी मौत हो गई। राज्य आंदोलनकारियों कहा है कि उन्हें प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध न होने पर सरकार को राज्य के बाहर भी उपचार की निश्शुल्क सुविधा प्रदान करनी चाहिए। बैठक के दौरान नवीन राम की मौत पर शोक भी व्यक्त किया गया। बैठक में ब्रह्मानंद डालाकोटी, महेश परिहार, गोपाल मेहता, शिवराज बनौला, नवीन डालाकोटी, बसंत जोशी, दीवान बनौला, गोपाल सिंह, मुमताज कश्मीरी, कुंदन सिंह, हरी राम समेत अनेक राज्य आंदोलनकारी मौजूद रहे।