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भक्तों ने घर से ही किया बाबा को याद

अल्मोड़ा हाइवे पर स्थित कैंची धाम में इस साल भी स्थापना दिवस सादगी से मनाया गया। भक्तों ने घर से ही बाबा को याद किया। कई लोगों ने सड़क से ही मत्था टेकर प्रार्थना की।

By JagranEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 05:59 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 06:52 PM (IST)
भक्तों ने घर से ही किया बाबा को याद
भक्तों ने घर से ही किया बाबा को याद

फोटो- 15 एएलएमपी 18

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फोटो :15 आरकेटी पी 3,4व5

- कैंची धाम में सादगी से मनाया गया स्थापना दिवस, लगाया मालपुए का भोग

= मुख्य गेट पर रहा पुलिस प्रशासन का कड़ा पहरा

संवाद सहयोगी, रानीखेत :बाबा भक्तों ने स्थापना दिवस पर अपने आराध्य को घर से ही याद किया। मालपुए बनाकर भोग लगाया। कुछ बाबा भक्त धाम पर भी मत्था टेकने पहुंचे। पुलिस प्रशासन सुबह से ही मुस्तैद रहा।

अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर स्थित कैंची धाम में स्थापना दिवस पर विशाल मेले व भंडारे का आयोजन होता है। कोरोना संकट के चलते पिछले वर्ष से ही सादगी से स्थापना दिवस मनाया जा रहा है। मंगलवार को भी बाबा भक्तों ने अपने आराध्य को घर से ही याद किया। सुबह-सुबह कई बाबा भक्त कैची धाम पहुंचे। उन्होंने मुख्य द्वार पर ही मत्था टेका। कोतवाली पुलिस भवाली, चौकी खैरना तथा प्रशासन की टीम सुबह से ही मुस्तैद रही। हाईवे पर किसी को भी ज्यादा देर रुकने नहीं दिया गया। पुलिस प्रशासन ने बाबा भक्तों से भी सहयोग का आह्वान किया। कई बाबा भक्तों ने वाहनों से ही बाबा को नमन कर जयकारे लगाए।

कोरोना के खात्मे तथा सुख शाति को हुई प्रार्थना

मंदिर परिसर में भी बेहद सादगी से स्थापना दिवस मनाया गया। सोमवार से शुरू हनुमान चालीसा का पाठ निरंतर होता रहा। पूजा अर्चना, महाआरती के बाद भोग लगाया गया। देश दुनिया में शाति तथा कोरोना संक्त्रमण के खात्मे को प्रार्थना की गई। मंदिर प्रबंधन ने पुलिस प्रशासन व बाबा भक्तों से मिले सहयोग पर आभार जताया। हर वर्ष की तरह पैदल ही पहुंचे धाम

बाबा के दर पहुंचने वाले भक्तों ने हार नहीं मानी। समीपवर्ती पाडली गाव से बाबा भक्त जीवन अपनी तीन वर्षीय बेटी व पत्‍‌नी को लेकर पैदल ही कैंची धाम की ओर निकल पड़े। मुख्य द्वार पर मत्था टेकने के बाद वापस ही पैदल घर की दूरी नापी। गिरीश बोले कि वह प्रतिवर्ष पैदल ही बाबा के दर मत्था टेकने पहुंचते हैं। हर वर्ष की भाति यह क्त्रम इस बार भी निरंतर बनाए रखा।

कम नहीं हुई श्रद्धा

कोरोना संकट के बाद भी बाबा भक्तों ने श्रद्धा कम नहीं होने दी हालाकि मुख्य द्वार पर मत्था टेकने के बाद श्रद्धालु वापस लौट गए पर कुछ कुछ श्रद्धालुओं ने हाईवे किनारे बैठ हनुमान चालीसा का पाठ किया। अपने आराध्य को याद कर सुख शाति की प्रार्थना की। कई श्रद्धालु बोले कि निश्चित रूप से अब कोरोना का खात्मा होगा और अगले वर्ष एक बार फिर धूमधाम से स्थापना दिवस मनाया जाएगा। बाबा भक्तों ने जयकारे भी लगाएं। बाजार में पसरा सन्नाटा

कैंची धाम में स्थापना दिवस पर लगने वाले मेले में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब आदि क्षेत्रों से भी व्यवसाई पहुंचते थे। इस बार कोरोना काल के चलते लोगों के हाथों से रोजगार चला गया। बीते वर्ष की तरह इस बार भी कैंची धाम क्षेत्र में कोई व्यापारी नहीं पहुंचा। बाजार क्षेत्र में सन्नाटा पसरा रहा।

सोमेश्वर में भी बाबा नीम करौली की महिमा का गुणगान

सोमेश्वर : मंगलवार को पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष डा. देवेंद्र जोशी के आवास पर बाबा नीम करौली की पूजा की गई। इस बार कोरोनाकाल के कारण कई भक्त कैंचीधाम नहीं जा पाए। इसलिए सोमेश्वर में ही उनकी महिमा का यशोगान किया गया। मंगलवार को भक्त जनों ने 11 बार हनुमान चालीसा पाठ किया। भजन- कीर्तन से भी बाबा का गुणगान किया। साथ ही बाबा से सुख- समृद्धि- शांति व निरोगी काया का आशीर्वाद मांगा। इस बार कैंची धाम का मेला स्थगित होने से भक्तों में निराशा रही लेकिन भक्तजनों ने बाबा नीम करौली को अपने-अपने घरों में ही याद किया। लोगों ने बाबा को भोग लगाकर चने मालपुवे का प्रसाद का वितरण किया । पं. आचार्य पूरन पांडे ने पूजा कर भजन-कीर्तन प्रस्तुत किए।


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