सैन्य छावनी में घुस रहा संदिग्ध गिरफ्तार
संवाद सहयोगी, रानीखेत : कमाडिंग ऑफिसर का बोर्ड व भारतीय सेना का मोनोग्राम लगे वाहन में ब
संवाद सहयोगी, रानीखेत : कमाडिंग ऑफिसर का बोर्ड व भारतीय सेना का मोनोग्राम लगे वाहन में बैठ चौबटिया सैन्य छावनी की सीमा में घुस रहा संदिग्ध समेत चार लोगों को सेना पुलिस ने पकड़ लिया। मामला तब खुला जब फौजी की वर्दी पहने संदिग्ध ने खुद को राजपूताना रेजीमेंट का जवान बताया। परिचय पत्र भी फर्जी पाए जाने पर उसे गिरफ्तार कर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया। चूंकि चौबटिया सैन्य छावनी क्षेत्र में भारत व अमेरिका के बीच संयुक्त युद्ध अभ्यास शुरू हो चुका है, लिहाजा फर्जी सैनिक बन सैन्य इलाके में संदिग्ध किस मकसद से घुस रहा था, जांच बैठा दी गई है। साथ ही वाहन सवार चार अन्य लोगों से भी कड़ी पूछताछ की जा रही है।
मामला रविवार दोपहर का है। चौबटिया सैन्य छावनी के झूलादेवी स्थित चेकपोस्ट पर आर्मी लिखा इनोवा कार एचआर 26 एल- 7571 पहुंची। उसमें कमाडिंग ऑफिसर का बोर्ड व भारतीय सेना का मोनाग्राम भी लगा था। चौबटिया सैन्य छावनी में घुसने की कोशिश में चेक पोस्ट पर तैनात सेना पुलिस ने रोक पूछताछ की। फौजी की वर्दी पहने चालक व उसमें सवार चार अन्य लोगों से आइडी कार्ड मागा गया। तब वाहन चला रहे फौजी वर्दीधारी राहुल ठाकुर पुत्र अनिल ठाकुर निवासी ब्रह्मपूरी सेक्टर-वन मेरठ (उत्त्तरप्रदेश) ने खुद को राजपूताना रेजीमेंट का जवान बताया। पुलिस सूत्रों के अनुसार सेना की आइडी दिखाने पर वह फर्जी निकलने पर उसे दबोच लिया गया। बाद में सेना पुलिस ने कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर जांच शुरू दी है। इधर संदिग्ध के खिलाफ सेना की नकली वर्दी पहनने, जानबूझ कर छलकपट करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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वाहन सवार चार लोग वाणिज्य कर अधिकारी!
पुलिस के हत्थे चढ़े फर्जी सैनिक के साथ वाहन में बैठे चार अन्य लोगों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी है। पुलिस सूत्रों के अनुसार पूछताछ को हिरासत में लिए गए चारों संदिग्ध खुद को वाणिज्य कर विभाग का अधिकारी बता रहे। कोतवाली में उन्होंने बकायदा आइडी भी दिखाई। आइडी असली है या फर्जी इसकी जांच के साथ ही चारों से भी कड़ी पूछताछ चल रही।
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सैनिक बनने का शौक था तो पहन ली वर्दी
पूछताछ में संदिग्ध राहुल ठाकुर ने कोतवाली पुलिस को सफाई दी कि उसने सेना में भर्ती होने का बहुत शौक था। तीन बाद भर्ती में हिस्सा भी लिया लेकिन सैनिक न बन सका। इसीलिए वह फौजी वर्दी पहनता रहता है। यह भी खुलासा किया कि इनोवा उसके रिश्तेदार की है जो सेना से अवकाश प्राप्त है। किराए पर लेकर वह चार लोगों को लेकर मेरठ से रानीखेत घूमने के लिए आया था। हालांकि संदिग्ध की यह दलील कोतवाली व सेना पुलिस के गले नहीं उतर रही। घुसपैठ को बेहद गंभीरता से ले हर पहलू पर जांच की जा रही।