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कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान के खिलाफ भड़का गुस्सा

द्वाराहाट के बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआइटी) में उपनल के जरिये बाहरी लोगों की नियुक्ति का विरोध तेज हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 18 Sep 2021 10:31 PM (IST)Updated: Sat, 18 Sep 2021 10:31 PM (IST)
कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान के खिलाफ भड़का गुस्सा
कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान के खिलाफ भड़का गुस्सा

संस, द्वाराहाट : बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआइटी) में उपनल के जरिये बाहरी लोगों की नियुक्ति का विरोध तेज हो गया है। गुस्साए ग्रामीणों ने प्रशासनिक भवन के सामने प्रदर्शन करने के बाद धरना भी दिया। आरोप लगाया कि संस्थान की स्थापना को भूमि दान देने वाले परिवारों की उपेक्षा कर लिखित समझौते का उल्लंघन किया जा रहा है। उन्होंने पूर्व में जारी आदेश के तहत भूमिदानदाताओं के पारिवारिक सदस्यों को नियुक्ति में प्राथमिकता की पुरजोर वकालत की।

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कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान की नीतियों के खिलाफ शनिवार को अध्यापित भूमि वाले परिवारों का धैर्य जवाब दे गया। नारेबाजी के बीच प्रशासनिक भवन के बाहर पहुंचे ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। इसके बाद शासन-प्रशासन पर गुबार निकाल धरना भी दिया। सभा में वक्ताओं ने कहा कि संस्थान की स्थापना के दौरान भूमि दान देने वाले परिवारों से नौकरी में वरीयता का लिखित समझौता किया गया था। मगर अब अनदेखी की जा रही है। उन्होंने बाहरी लोगों की नियुक्ति का खुला विरोध करते हुए कहा कि शिक्षित युवा रोजगार को ठोकरें खा रहे हैं मगर संस्थान उन्हें मौका नहीं दे रहा।

ग्रामीणों ने इसके लिए सीधे तौर पर डीएम व सीडीओ को जिम्मेदार ठहराया। कहा कि स्थायी निदेशक का पद रिक्त होने व डीएम को प्रशासक नियुक्त किए जाने के बाद से ही अव्यवस्था फैली है। उन्होंने बाहरी लोगों की नियुक्ति प्रक्रिया रद न किए जाने पर बेमियादी आंदोलन का ऐलान किया।

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वर्षो से तैनात मेस कर्मियों का मामला भी उठाया

इस दौरान संस्थान में वर्षो से कार्यरत 130 मेस कर्मियों के साथ भेदभाव का मुद्दा भी उठा। आरोप लगाया कि पुराने कार्मिकों की उपेक्षा कर 56 लोगों को गुपचुप उपनल के तहत समायोजित कर दिया गया। उन्होंने डेढ़ दो दशक से कार्यरत पुराने कर्मियों को भी उनका अधिकार दिए जाने की मांग उठाई। इस दौरान भूमि अध्यापति नागरिक संघर्ष समिति अध्यक्ष देबसिंह रावत, सचिव नंदन प्रसाद, धरमगाव ग्रामप्रधान कमल किशोर, कल्पना रावत, बीना देवी, किरन रावत, भावना देवी, गंगा देवी, कृपाल सिंह बजेठा, सुरेंद्र रावत, गोपाल सिंह, कुंवर सिंह बजेठा, तारा चंद्र, अरविंद अधिकारी आदि मौजूद रहे।


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