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गुलदार के आतंक से कई गांवों में दहशत

By Edited By: Published: Sun, 24 Aug 2014 09:54 AM (IST)Updated: Sun, 24 Aug 2014 09:54 AM (IST)

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा: लमगड़ा विकासखंड के करीब दर्जन भर गांवों में पिछले कई दिनों से गुलदार का आतंक व्याप्त है। गुलदार पिछले करीब एक-डेढ़ माह के भीतर ग्रामीणों के 30 से भी अधिक जानवरों को शिकार बना चुका है। परेशान ग्रामीणों ने स्थानीय प्रशासन से मवेशीखोर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगाई है। इसी क्रम में उन्होंने क्षेत्र भ्रमण पर पहुंचे विस अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल को भी ज्ञापन सौंपा और इस संदर्भ में वन विभाग को निर्देशित करने का आग्रह किया।

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गुलदार के आतंक से प्रभावित गांवों में जसकोट, मल्ला चौनली, तल्ला चौनली, कलाटरी, खिरौली, नदियाकोट, निसनी, कत्यारी, बैरीटाना, उज्यौला, पोखरी व पपना आदि शामिल हैं। जसकोट के पूर्व ग्राम प्रधान दीवान सिंह कार्की ने बताया कि वर्ष 2012 में आदमखोर गुलदार ने क्षेत्र की 4 महिलाओं को मार डाला था और करीब आधा दर्जन महिलाओं को बुरी तरह जख्मी कर दिया था। जिससे क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। ठीक वैसे ही हालत उपरोक्त गांवों में फिर से पैदा हो गए हैं। फर्क सिर्फ इतना है कि अभी गुलदार ने किसी मानव को तो शिकार नहीं बनाया है लेकिन वह आसपास के गांवों के 30 से भी अधिक जानवरों को मारकर खा चुका है। इन जानवरों में गाय, बैल, बकरी व पालतू कुत्ते शामिल हैं।

गुलदार के आतंक से क्षेत्र में बच्चों का स्कूल जाना दूभर हो चला है और खेतों में काम करने वाली महिलाएं झुंड बनाकर इधर-उधर जाने को मजबूर हैं। मवेशीखोर गुलदार के आतंक से ग्रामीणों ने अपने जानवरों को चुगाने के लिए जंगलों में ले जाना बंद कर दिया है। उन्होंने वन विभाग के उच्चाधिकारियों से पिंजरा लगाकर मवेशीखोर गुलदार के आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।


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