बाजार में बिक रहे 68 फीसद दुग्ध उत्पाद मिलावटी
संवाद सहयोगी रानीखेत त्योहारी सीजन करीब आते ही जहां पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। वहीं अल्मा
संवाद सहयोगी, रानीखेत : त्योहारी सीजन करीब आते ही जहां पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया है। वहीं अल्मोड़ा दुग्ध संघ के विशेषज्ञों का दल जनजागरूकता अभियान पर निकल पड़ा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की एक ताजा रिपोर्ट का हवाला दे आगाह किया कि बाजार में 68 फीसद दुग्ध उत्पाद मिलावटी बिक रहा है। ऐसे उत्पादों को खराब होने से बचाने के लिए जो रसायन इस्तेमाल किया जा रहा, वह मानव स्वास्थ्य के लिए घातक है। ऐसे में वर्ष 2025 तक 87 प्रतिशत लोगों के कैंसर की चपेट में आने की आशंका जताई गई है।
अल्मोड़ा दुग्ध संघ की टीम ने बुधवार को पर्यटन नगरी में मिलावटी दुग्ध पदार्थो के इस्तेमाल से बचने को जनचेतना अभियान चलाया। जगह-जगह सोडियम टेस्ट के जरिये दूध की जांच का प्रदर्शन किया। दिखाया कि सोडियम मिल्क स्ट्रिप को दूध में डालने पर वह यदि रंग बदले तो समझ लें कि उसमें मिलावट है। वहीं करीब 50 लोगों को लेक्टोमीटर बांट उसके प्रयोग की जानकारी दी। यह भी बताया कि यदि दूध या दही पखवाड़े भर तक खराब न हो तो मान लेना चाहिए कि उसमें प्रिजर्वेटिव अधिक मात्रा में है तो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित होता है। दल में प्रभारी अधिकारी बलवंत सिंह रावत, पर्यवेक्षक राजेंद्र कांडपाल, हरीश सिंह धानिक, मनोहर लाल आदि शामिल रहे।