ग्राम पंचायतों के 407 वार्ड मेंबर निर्विरोध चुने
त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। विकास खंड में 407 वार्ड मेंबर निर्विरोध चुने गए हैं।
संवाद सहयोगी, चौखुटिया : त्रिस्तरीय पंचायत उपचुनाव की प्रक्रिया पूर्ण हो गई है। विकास खंड में ग्राम पंचायत वार्ड मेंबरों के खाली चल रहे 487 पदों के विपरीत 407 पर निर्विरोध निर्वाचन हो गया है तथा प्रधान के तीन रिक्त पदों में से एक पर निर्वाचन हो गया है, लेकिन दो पद अभी भी रिक्त हैं। इसके साथ ही अब 79 ग्राम पंचायतों के गठन का रास्ता साफ हो गया है। वहीं एक ग्राम पंचायत में वार्ड मेंबरों का कोरम अभी भी अधूरा होने से ग्राम पंचायत का गठन फिर अधर में लटक गया है।
विदित हो कि बीते अक्टूबर में संपन्न त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव में चौखुटिया में महज 13 ग्राम पंचायतों के प्रधान ही पद की शपथ ले पाए थे। 79 ग्राम पंचायतों में ग्राम पंचायत वार्ड मेंबरों का कोरम अधूरा रह जाने से निर्वाचित प्रधान शपथ नहीं ले सके। बाद में वार्ड मेंबर व प्रधान के खाली पदों के हुए उपचुनाव में निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण होने के उपरांत 407 वार्ड मेंबरों का निर्विरोध निर्वाचन हो गया है, लेकिन ग्राम पंचायत पैली में कोरम अधूरा रह जाने से पंचायत का गठन नहीं हो सकेगा तथा निर्वाचित प्रधान अधिकार विहीन रहेंगे।
---
दो ग्राम पंचायतें फिर मुखिया विहीन
त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव में आरक्षण व शैक्षिक योग्यता की बाध्यता के चलते यहां तीन ग्राम पंचायत से प्रधान पद के लिए किसी भी दावेदार द्वारा नामांकन न करने से ये पद रिक्त रह गए थे। इनमें ग्राम पंचायत बोहरागांव, जैंठा व माडकूखाल शामिल हैं। इस उपचुनाव में जैंठा से प्रधान के लिए निर्विरोध निर्वाचन हो गया है, लेकिन मानकों की बाध्यता के चलते बोहरागांव व माडकुबाखल से फिर कोई दावेदारी नहीं कर सका। इससे फिर दो ग्राम पंचायतें मुखिया विहीन रह गए हैं। प्रभारी एडीओ पंचायत गणेश रावत का कहना है कि शासन के निर्देश पर ही इन गांवों में आरक्षण में बदलाव संभव है।
---
पैली में वार्ड मेंबरों का कोरम अभी भी अधूरा
उपचुनाव में ग्राम पंचायत पैली में वार्ड मेंबरों के चुनाव प्रक्रिया में महज दो वार्ड मेंबर पदों पर ही निर्वाचन हो सका है। वार्ड मेंबरों के पांच सीट फिर खाली रह गए हैं। शैक्षिक योग्यता व आरक्षण व्यवस्था के चलते यह समस्या बनी है। जबकि आम चुनाव में यहां प्रधान का निर्वाचन हो चुका है। अब विकास खंड में तीन ग्राम पंचायतें प्रशासक के हवाले रहेंगे।