सड़क, स्वास्थ्य व शिक्षा के लिए सड़क जाम
तंत्र ने सुध न ली तो रीठागाढ़ वालों का धैर्य जवाब दे गया।
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : तंत्र ने सुध न ली तो रीठागाढ़ वालों का धैर्य जवाब दे गया। अरसे से लंबित ज्वलंत समस्याओं के प्रति सरकारी सुस्ती पर गुस्साए ग्रामीणों ने बाड़ेछीना बेरीनाग स्टेट हाईवे पर जाम लगा हंगामा काटा। धरना व सभा के बीच पहुंचे तहसीलदार को भी गुस्से का शिकार होना पड़ा। जल्द ठोस समाधान के आश्वासन पर करीब दो घंटे बाद यातायात सुचारू हो सका।
रीठागाढ़ी दगडि़यों संघर्ष समिति के बैनर तले सोमवार को हटौल, लिंगुड़ता, भैंसियाछाना ग्राम पंचायतों के ग्रामीण कनारीछीना पहुंचे। नारेबाजी के बीच बाड़ेछीना बेरीनाग स्टेट हाईवे पर जाम लगा वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। ग्रामीणों ने सरकार व संबंधित विभागीय अधिकारियों पर क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगा हंगामा काटा। प्रदर्शनकारी अरसे से मांगें उठाए जाने के बावजूद सुनवाई न होने पर भड़के थे। तहसीलदार संजय कुमार मौके पर पहुंचे। जल्द समस्या के निदान को सकारात्मक पहल का भरोसा दिलाया। तब जाकर ग्रामीणों ने जाम खोला। अलबत्ता दो टूक चेताया कि वादा खिलाफी पर और बड़ा आंदोलन किया जाएगा। अध्यक्षता गोपाल राम ने की।
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ये बैठे धरने पर
समिति संस्थापक आनंद सिंह नेगी, अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट, संरक्षक दान सिंह नेगी, प्रताप सिंह नेगी, सचिव ललित उप्रेती, बीडीसी शिवमंगल पांडे, प्रधान डूंगरलेख गीता चम्याल, हेमा भट्ट भैंसियाछाना, पदम सिंह बिष्ट, धन सिंह नेगी, महिमा भट्ट, कविता देवी, तुलसी देवी, कुशाल सिंह बोरा, कैलाश पांडे, कृष्णा रावल, रवि नेगी, संतोष आदि।
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ये हैं मुख्य मांगें
= धौलछीना तहसील को मूर्तरूप दिया जाए।
= कसाण बैंड से खाकरी तिमूरी तक बाइपास को बजट।
= कनारीछीना व धौलछीना अस्पताल का विस्तारीकरण।
= आइटीआइ धौलछीना में ट्रेड बढ़ाए जाएं।
= धौलछीना व सेराघाट के बीच गैस गोदाम, बैंक शाखा व एटीएम खुले।
= रोजगार को क्षेत्र में कुटीर व लघु उद्योग लगाएं।
= नौगांव से कनारीछीना तक सड़क निर्माण