बिजली संकट को दूर करने में सहायक होगा सौर ऊर्जा : उमेश
संवाद सहयोगी रानीखेत हरित कौशल विकास योजना के तहत राज्य जैविक कृषि प्रशिक्षण केंद्र मजख्
संवाद सहयोगी, रानीखेत : हरित कौशल विकास योजना के तहत राज्य जैविक कृषि प्रशिक्षण केंद्र मजखाली में युवाओं से सौर ऊर्जा को आजीविका से जोड़ने का आह्वान किया। विशेषज्ञों ने कहा कि नदियों के जल स्तर घटने से जलविद्युत परियोजनाओं में आवश्यकता अनुरूप उत्पादन न होने से बिजली का संकट पैदा हो रहा है। कहा सौर ऊर्जा के माध्यम से जहां बिजली बचेगी वहीं युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा।
प्रधानमंत्री कौशल भारत मिशन के तहत केंद्रीय वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तत्वावधान स्थानीय संसाधनों पर स्वरोजगार की संभावनाएं तलाशने तथा सौर ऊर्जा को रोजगार से जोड़ने को चले प्रशिक्षण के अंतिम दिन प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र बांटे गए। मुख्य अतिथि प्रभागीय वनाधिकारी उमेश चंद्र पांडे ने सौर ऊर्जा को आय का बेहतर माध्यम बताया। कहा प्रशिक्षण के दौरान मिले ज्ञान से युवाओं को रोजगार तो मिलेगा साथ ही पलायन पर भी रोक लगेगी। एनर्जी एंड रिसोर्स इंडस्ट्रीज (टेरी) के अमित कुमार ने कहा प्रशिक्षण की सार्थकता तभी होगी जब युवा इसका लाभ लेकर स्वरोजगार से जुड़ सकेंगे। लोक चेतना मंच के जोगेंद्र बिष्ट ने 42 दिनी प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को दिए गए प्रशिक्षण की जानकारी दी। एनर्जी एंड रिसोर्स इंडस्ट्रीज के आसिम मिर्जा, जैविक प्रशिक्षण केंद्र प्रभारी डॉ. डीएस नेगी, पल्लवी शुक्ला, आकिफ फारूकी, आनंद नेगी, गरीश पांडे आदि ने प्रमाणपत्र बांटे।