बिना प्रवक्ताओं के चल रही है पढ़ाई की कवायद
संवाद सहयोग चौखुटिया यूं तो नौनिहालों को बेहतर व गुणवतापरक शिक्षा दिए जाने के नाम प
संवाद सहयोग, चौखुटिया: यूं तो नौनिहालों को बेहतर व गुणवतापरक शिक्षा दिए जाने के नाम पर खूब दावे हो रहे हैं, लेकिन धरातल पर सरकारी शिक्षा का बुरा हाल है। हालत यह है कि कहीं भी सरकारी स्कूलों में पढ़ाने के लिए पूरे शिक्षक नहीं हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित विद्यालयों की दशा और भी खराब है। ऐसा ही कुछ हाल यहां आदर्श राजकीय इंटर कालेज जौरासी का है। जहां इंटर कक्षाओं में बिना प्रवक्ताओं के ही पढ़ाई की कवायद चल रही है।
राजकीय इंटर कालेज जौरासी क्षेत्र का काफी प्राचीन विद्यालय है। जो स्याल्दे व चौखुटिया विकास खंडों के मिलानी सीमा में स्थित है। दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण यहां दर्जनों गांवों के बच्चे पढ़ने आते हैं, लेकिन बीते कई वर्षो से इंटर की कक्षाएं प्रवक्ता विहीन चल रही हैं। कुल सृजित पदों में से प्रवक्ताओं के आठ पद खाली चल रहे हैं तथा एलटी स्तर पर भी तीन शिक्षक नहीं हैं। इतना ही नहीं यह एक मात्र ऐसा विद्यालय है, जहां न तो लिपिक हैं नहीं कोई चतुर्थ श्रेणी कर्मी। प्रधानाचार्य का पद भी रिक्त चल रहा है। ऐसे में विद्यालय से वर्ष दर वर्ष यहां से छात्रों का पलायन बढ़ रहा है। नतीजा बच्चों के भविष्य को लेकर अभिभावक खासे चिंतिंत हो उठे हैं।
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एक नजर खाली पड़े पदों पर
प्रवक्ता-गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, अंग्रेजी, कृषि विज्ञान, इतिहास, अर्थशास्त्र व संस्कृत के प्रवक्ता।
एलटी पद-विज्ञान, हिदी व कृषि विज्ञान।
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बार बार मांग के बावजूद सुनने वाला कोई नहीं
विद्यालय के पूर्व अभिभावक संघ अध्यक्ष हंसा दत्त शर्मा, चंदन सिंह, बलवंत सिंह, कैलाश बेलवाल व कुंदन सिंह पटवाल आदि का कहना है कि अभिभावक शिक्षकों की तैनाती को लेकर बीते एक वर्ष से लड़ाई लड़ रहे हैं तथा वे कई बार शिक्षक अभिभावक संघ व विद्यालय प्रबंधन समिति के गठन का भी बहिष्कार कर चुके हैं, लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है। ऐसे में इंटर कक्षाएं अब बंदी के कगार पर हैं। उन्होंने शीघ्र तैनाती न होने पर बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।