मानक नहीं हुए पूरे, कई स्कूलों में लटकेंगे ताले
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिले में बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर अब शिक्षा विभाग शिकंजा कसने की तै
संवाद सहयोगी, अल्मोड़ा : जिले में बिना मान्यता के चल रहे स्कूलों पर अब शिक्षा विभाग शिकंजा कसने की तैयारी में है। शिक्षा विभाग ने ऐसे कई विद्यालयों को पूर्व में नोटिस भी जारी किए, लेकिन फिर भी मानकों की अनदेखी जारी है। विभाग के आला अधिकारियों ने कहा है कि अगर ऐसे स्कूलों में मानकों को शीघ्र पूरा नहीं किया गया तो उनकी मान्यता रद कर दी जाएगी।
जिले में किसी भी स्कूल के संचालन के लिए उस स्कूल के पास कक्षा कक्ष, फर्नीचर, दक्ष शिक्षक, खेल मैदान समेत अनेक ऐसी व्यवस्थाएं होना जरूरी होता है। जिनके आधार पर आवेदन के बाद शिक्षा महकमा संबंधित स्कूल को मान्यता प्रदान करता है। जिले में अनेक ऐसे स्कूलों ने पूर्व में पहली बार शिक्षा विभाग से मान्यता मांगी और उन्हें तीन साल के लिए मान्यता दे भी दी गई, लेकिन इसके बाद भी इन तीन सालों में या फिर कुछ और समय बीत जाने के बाद भी इन स्कूलों में मानक अधूरे हैं। कई विद्यालय ऐसे भी हैं जिन्होंने तीन साल के बाद मान्यता के नवीनीकरण के लिए भी आवेदन नहीं किए हैं और वह बिना मान्यता के स्कूलों को चला रहे हैं। ऐसे स्कूलों से निपटने के लिए अब विभाग ने ऐसे स्कूलों को चिन्हित करना शुरू भी कर दिया है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह का कोई भी स्कूल जिले में पाया गया तो उसकी मान्यता तत्काल रद कर दी जाएगी।
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इन पर जल्द गिर सकती है गाज
= रीजनल कावेंट मॉडल स्कूल बासोट
= उत्तरांचल स्कालर्स अकादमी भतरौंजखान
= डीएनबी भिकियासैंण
= यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल द्वाराहाट
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न खेलने के मैदान न बैठने की कोई व्यवस्था
अल्मोड़ा नगर में भी अनेक ऐसे स्कूल हैं, जिनके या तो मानक पूरे नहीं है या फिर उन्होंने अपनी मान्यता का नवीनीकरण नहीं कराया है, लेकिन वहां भी अभिभावकों को गुमराह कर कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। ऐसे स्कूलों के खिलाफ भी शिक्षा महकमा जल्द कार्रवाई की तैयारी कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि अल्मोड़ा नगर में भी अनेक ऐसे स्कूल हैं जिनमें बच्चों के बैठने, खेलने व अन्य गतिविधियों को संचालित करने के लिए मानक पूरे नहीं हैं। ऐसे स्कूलों को शिक्षा विभाग पिछले सत्र में ही नोटिस देकर चेतावनी दे चुका है। लेकिन इन स्कूलों ने आज भी जरूरी मानकों को पूरा नहीं किया है। जिस कारण उनकी मान्यता का नवीनीकरण नहीं हो पाया है। लेकिन इन सब के बाद भी ऐसे स्कूलों के संचालक अभिभावकों को गुमराह कर नई कक्षाओं का संचालन कर रहे हैं। नए सत्र में फीस भी बढ़ा दी गई है। लेकिन बच्चों के भविष्य को लेकर यह स्कूल गंभीर नहीं हैं। स्कूलों की इन लापरवाहियों पर अब विभाग सख्त है और जल्द ही नगर के कई रसूखदार संचालकों के स्कूलों की मान्यता रद भी हो सकती है।
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अभिभावकों को चाहिए कि बच्चों के किसी भी स्कूल में दाखिले से पहले उसकी मान्यता के बारे में भली प्रकार पुष्टि कर लें। कई स्कूल बिना मानकों के अभिभावकों को गुमराह तो कर ही रहे हैं। बच्चों के भविष्य से भी खिलवाड़ कर रहे हैं। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे स्कूलों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई की जाएगी।
-जगमोहन सोनी, मुख्य शिक्षा अधिकारी, अल्मोड़ा