वाराणसी, जेएनएन। संकट मोचन फाउंडेशन और आस्ट्रेलिया की ओज ग्रीन संस्था की ओर से तुलसी घाट पर आयोजित यूथ लीडिंग द वर्ल्ड यूथ कांग्रेस के दूसरे दिन गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया और भारत के पर्यावरणीय अंतर और इसको लेकर आपसी संबंधों की चर्चा हुई। ओज ग्रीन की संस्थापक और निदेशक सू ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में लोग पर्यावरण के प्रति ज्यादा सचेत हो रहे हैं। घरों में सोलर ऊर्जा को महत्व दिया जाता है। वहां पर्यावरण के संरक्षण के लिए होने वाले कार्यों की जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि युवाओं ने पर्यावरण के संरक्षण के लिए कमान संभाल रखी है। सम्मेलन में शामिल युवा सामूहिक विचार का लेखन अलग- अलग समूहों में कर रहे हैं। सम्मेलन में संकट मोचन फाउंडेशन के अध्यक्ष प्रो. विशम्भरनाथ मिश्र ने कहा कि युवा देश का भविष्य हैं। वह जिस कार्य का बीड़ा उठा लेता है वह जरूर पूरा होता है। सम्मेलन में शामिल युवा पर्यावरण और गंगा में होने वाले प्रदूषण का रोधक साबित होगा। वह समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता का संदेश वाहक बनेगा। आयोजन में दिनभर युवा पर्यावरणीय विभिन्न अवयवों पर कार्य करेंगे और गंगा की पवित्रता को लेकर आपसी मंथन कर योजनाएं भी बनाएंगे।
Posted By: Abhishek Sharma
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