वाराणसी के जंसा में धारदार हथियार से सिर पर वार कर युवक की हत्या, जेब से 315 बोर का कारतूस बरामद
जंसा थाना क्षेत्र के नैपुरा (जलालपुर) गांव स्थित एक डेयरी में शुक्रवार को दिनदहाड़े 30 वर्षीय मनोज कुमार यादव के सिर पर किसी धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। वार इतना तेज था कि युवक को कुर्सी से उठने तक का मौका नहीं मिला।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। जंसा थाना क्षेत्र के नैपुरा (जलालपुर) गांव स्थित एक डेयरी में शुक्रवार को दिनदहाड़े 30 वर्षीय मनोज कुमार यादव के सिर पर किसी धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी गई। वार इतना तेज था कि युवक को कुर्सी से उठने तक का मौका नहीं मिला। उसकी जेब से पुलिस ने 315 बोर का एक कारतूस व 30 रुपये बरामद किए गए। घटना की जानकारी उस समय हुई जब डेयरी संचालक का छोटा भाई शुभम मिश्रा वहां पहुंचा। युवक मृत अवस्था में कुर्सी पर पड़ा हुआ था। सूचना के बाद अपने कार्यालय में एक हत्याकांड का राजफाश कर रहे एसपी ग्रामीण अमित वर्मा आनन फानन पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। ग्रामीण पुलिस की क्राइम ब्रांच इस मामले में डेयरी संचालक के भाई शुभम मिश्रा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। मौके पर शराब की खाली बोतल भी मिली है। मामला करीबियों के बीच ही आपसी रंजिश का भी हो सकता है।
मीरजापुर का मूल निवासी था युवक
गांव में बृजेश मिश्रा की डेयरी है, जो इस समय बंद पड़ी है। मीरजापुर के चिल्ह थानांतर्गत मुजेहरा गांव का मूल निवासी मनोज कुमार यादव उनका परिचित था और उन्हीं की डेयरी पर पिछले चार वर्षों से रह रहा था। दोपहर बृजेश का छोटा भाई शुभम डेयरी पर पहुंचा तो उसने देखा कि कुर्सी पर मनोज लहूलुहान पड़ा है। शुभम की सूचना के बाद पुलिस, डाग स्क्वाड व विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई।
आपराधिक रिकार्ड का पता लगा रही पुलिस
एसपी ग्रामीण अमित वर्मा ने बताया कि शुरू में ऐसा प्रतीत हुआ कि युवक की गोली मारकर हत्या की गई है। जांच में सामने आया कि उसके सिर पर करीब से किसी धारदार हथियार से वार किया गया है। जेब से कारतूस मिलने के कारण उसका आपराधिक रिकार्ड के बारे में पता लगाया जा रहा है। क्राइम ब्रांच सहित दो टीमें लगाई गई हैं। युवक के परिवारीजन को घटना की सूचना दी गई है।
पैतृक संपत्ति बेचकर चचेरी बहन की प्रापर्टी पर जमाए था निगाह मनोज कुमार यादव की हत्या के तार उसकी चचेरी बहन के घर से जुड़ रहे हैं। दरअसल, माता-पिता की मृत्यु के बाद युवक पैतृक संपत्ति बेचकर चचेरी बहन के भदोही के ज्ञानपुर कोतवाली के गिरधरपुर स्थित घर पर रहने लगा था। बहन व जीजा की मौत के बाद वहां अपना हिस्सा लेना चाहता था। इसके लिए भांजों पर दबाव बना रहा था। संपत्ति में हिस्सा लेने के लिए साजिश के तहत आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज पर अपने पिता की जगह जीजा बैजनाथ का नाम दर्ज करा दिया था। ग्रामीणों के मुताबिक एक सप्ताह पूर्व वह गिरधरपुर और हत्या के एक मामले में वाराणसी की जेल में सजा काट रहे अपने भांजे संतोष यादव से मिलने गया था, जहां भांजे ने उसको डांट कर भगा दिया था। इसके बावजूद वह संपत्ति में हिस्सा लेने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा था। पुलिस वारदात से जुड़े सभी पहलुओं पर गहनता से जांच कर रही है।