वाराणसी में आज विश्व प्रसिद्ध नागनथैया लीला, हजारों लोग बनेंगे गवाह
गंगा नदी के यमुना में परिवर्तित होने के दौरान जहां भगवान श्री कृष्ण कदम के पेड़ पर चढ़के यमुना नदी में गेंद निकालने के लिए कूदेंगे वही कालिया नाग पर सवार होकर भ्रमण करेंगे।
वाराणसी (जेएनएन)। विश्व में अपनी सांस्कृति गतिविधियों के लिए विख्यात वाराणसी में आज शाम को नागनथैया लीला का आयोजन होगा। गंगा नदी के तुलसीघाट पर होने वाले इस आयोजन में गंगा नदी कुछ समय से लिए यमुना नदी में परिवर्तित हो जाएंगी।
गंगा नदी के यमुना में परिवर्तित होने के दौरान जहां भगवान श्री कृष्ण कदम के पेड़ पर चढ़के यमुना नदी में गेंद निकालने के लिए कूदेंगे वही कालिया नाग पर सवार होकर भ्रमण करेंगे। अखाड़ा गोस्वामी तुलसीदास की ओर से तुलसीघाट पर श्रीकृष्ण लीला के क्रम में नागनथैया (कालिय दमन) लीला में करीब तीन बजे इसके विधान शुरू होंगे। प्रभु श्रीकृष्ण ठीक शाम 4.30 बजे कदंब से अथाह जलधारा में छलांग लगाएंगे।
कालिया नाग को नाथ कर उसके फन पर नृत्य मुद्रा में वेणु वादन करते दर्शन देंगे। शास्त्रीय ज्ञान व तकनीक के संयोजन से संजोई गई लीला की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गोस्वामी तुलसीदास की शुरू लीला के लिए बीती 31 अक्टूबर को मुकुट पूजन किया गया था और चार नवंबर से लीला का क्रम शुरू हुआ। समापन 24 नवंबर को उग्रसेन राज्याभिषेक व कुबरीगृह शयन से किया जाएगा।