कोरोना वारियर्स के साहस की सराहना के लिए कम पड़ते हैं शब्द, वाराणसी में बोलीं राज्यपाल आनंदी बेन पटेल
पीपीई किट पहनकर काम करना डाक्टर नर्स के लिए कठिन कार्य है। वह भी गर्मी के दिनों में और कठिन हो जाता है। कोरोना वारियर्स के प्रति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के हृदयस्पर्शी शब्दों से सभागार में मौजूद सभी भाव विभोर हो गए।
वाराणसी, जेएनएन। पीपीई किट पहनकर काम करना डाक्टर, नर्स के लिए कठिन कार्य है। वह भी गर्मी के दिनों में और कठिन हो जाता है। इनके साहस, लगन व सेवा के उत्कृष्ट कार्य की प्रशंसा में शब्द भी कम पड़ते हैं। कोरोना वारियर्स के प्रति राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के हृदयस्पर्शी शब्दों से सभागार में मौजूद सभी भाव विभोर हो गए। महामहिम ने कहा कि चिकित्सक और नर्स ड्यूटी के बाद घर जाते थे तो पत्नी-बच्चे एक कमरे में खाना रखकर दरवाजे के झरोखे से देखते थे। बेटा कहता था कि पापा-पापा अपना ख्याल रखना...। यह सब अविस्मरणीय व प्रेरणादायक है। सफाई का कार्य सामान्य दिन में भी कठिन होता है। कोरोना काल में यह और कठिन रहा। प्रवासियों का ट्रेन, बस, व्यक्तिगत वाहन से आना और कोरंटाइन कराना, खाना देना, घर भेजना, टेस्टिंग कराना बहुत बड़ा कार्य रहा।
राज्यपाल ने मंगलवार शाम सर्किट हाउस में यातायात पुलिस, सिविल पुलिस, जलकल, राजस्व, विकास, खाद्य सुरक्षा, चिकित्सक, सफाई कर्मी समेत अन्य विभागों के 60 कोरोना वारियर्स के अभिनंदन समारोह के दौरान यह बातें कहीं। उन्होंने स्वयं अपने हाथों से प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। कहा कि सभी को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
राज्यपाल ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी देश में बड़ी सक्रियता से नियंत्रित हुई है। कम मृत्यु हुई। कोरोना वारियर्स का इसमें बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री ने स्वयं जागरूकता हेतु मास्क पहनने, शारीरिक दूरी का अनुपालन करने के साथ, हाथ धोने, लाकडाउन में घर में रहने, बच्चों व बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने आदि की समय-समय जानकारी दी। उत्तर प्रदेश में रिकवरी रेट बढ़ रहा है। मृत्यु दर कम हो रही है। सबको अभी सावधान रहना है। महामहिम ने कहा कि भारत की पूरे विश्व में चर्चा होती है कि यहां कैसे काम हुआ। आपदा को अवसर में बदलकर देश ने अपने को विश्व में साबित किया है। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने जनपद में कोरोना काल के कार्यों का प्रेजेंटेशन दिया। एसएसपी अमित पाठक ने धन्यवाद ज्ञापित किया। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, डा. वीबी सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।