महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में छात्रसंघ चुनाव के बाद सुरक्षा घेरे में घर पहुंचाए गए विजयी प्रत्याशी
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का छात्रसंघ चुनाव गहमा- गहमी के बीच गुरुवार को सम्पन्न हो गया।
वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ का छात्रसंघ चुनाव गहमा- गहमी के बीच गुरुवार को सम्पन्न हो गया। हल्की फूल्की नोकझोंक की सूचनाएं पुलिस कंट्रोल के वायरलेस सेट पर प्रसारित होती रही, लेकिन भारी पुलिस सामने छात्रों की भीड़ में शामिल अराजकतत्वों को बैकफुट पर आना पड़ा। परिणाम जारी होने के बाद सभी विजयी प्रत्याशियों को सुरक्षा घेरे में उनके घर पहुंचाया गया। चुनाव सम्पन्न होने के बाद एसपी सिटी दिनेश सिंह के नेतृत्व में फोर्स ने विश्वविद्यालय परिसर का चक्रमण किया।
विद्यापीठ मार्ग पर अघोषित कर्फ्यू : सुरक्षा की दृष्टि से इंग्लिशिया लाइन तिराहे से भारत माता मंदिर तक बैरिकेडिंग की गई थी। ऐसा पहली बार हुआ, जब चुनावी प्रक्रिया के दौरान विश्वविद्यालय मार्ग पर आम राहगीरों को भी जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। दोनों तरफ पुलिस और पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया था। ऐसे में विद्यापीठ मार्ग पर अघोषित कर्फ्यू सा माहौल दिखा। परिणाम जारी होने के बाद बैरियर को तिराहे और चौराहों से हटा दिया गया। जनपद के साढ़े आठ सौ जवान तैनात किए गए थे।
इंग्लिशिया लाइन में छात्रों के बीच झड़प : अंतिम चरण की वोटिंग के दौरान इंग्लिशिया लाइन तिराहे के समीप छात्रों का दो गुट आमने- सामने आ गया। हालांकि माहौल बिगड़ने से पहले ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच चुकी थी। फोर्स को देख दोनों गुट के युवक भाग निकले। मिली जानकारी के अनुसार एक छात्र वोट देने के लिए जा रहा था। इंग्लिशिया लाइन तिराहे के पास मौजूद दो गुटों के समर्थक छात्र को रोककर अपने पक्ष में वोटिंग करने का दबाव बनाने लगे। इस बीच दोनों गुटों के बीच झड़प हो गई।
तीसरी आंख से गतिविधियों की निगरानी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ छात्रसंघ का चुनाव शान्तीपूर्ण तरिके से सम्पन्न कराने के लिए एसएसपी के निर्देश पर कड़ा सुरक्षा घेरा तैयार किया गया था। हर प्वाइंट पर जवानों को तैनात किया गया था। वहीं पुलिस टीम टुकड़ियों में क्षेत्र का चक्रमण कर रही थी। हर टीम के साथ एक कैमरा मैन मौजूद था। जो हर गतिविधियों को अपने कैमरे में कैद कर रहा था। प्रतिबंधित क्षेत्रों में विद्यार्थियों के अलावा कोई बाहरी व्यक्ति के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई थी।
छात्रों को लुभाने में किया दंडवत : छात्रसंघ के प्रत्याशी और समर्थक छात्रों को लुभाने के लिए हर हथकंडा अपना रहे थे। कोई छात्राओं को सुरक्षा की गारन्टी देने का वादा कर रहा था, तो कुछ दंडवत होकर उनसे एक अवसर की उम्मीद लगा रहे थे। छात्रों को अपने पक्ष में वोट के लिए प्रत्याशी और समर्थक उनसे मिन्नते करते दिखे। विद्यापीठ मार्ग की सड़कें पर्चियों, पोस्टर और बैनर से पटी रही।