वाराणसी के गणेशपुरी कालोनी में जलजमाव, विधायक के खिलाफ सोशल मीडिया पर भड़का लोगों का गुस्सा
वाराणसी में लंका थाना क्षेत्र के सुसुवाही गणेशपुरी कालोनी नासिरपुर की कई कालोनियों में बरसात का पानी भर जाने के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
वाराणसी, जेएनएन। लंका थाना क्षेत्र के सुसुवाही, गणेशपुरी कालोनी, नासिरपुर की कई कालोनियों में बरसात का पानी भर जाने के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सुसुवाही, गणेशपुरी कालोनी की मुख्य सड़क कुछ समय पहले बनी थी लेकिन उखड़ कर बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई है। आस-पास के लोगों का आरोप है कि समस्या की शिकायत स्थानीय विधायक से भी की गई लेकिन सड़क नहीं बनी। पिछले कई दिनों से हो रही लगातार बरसात में सड़क और कालोनी झील में तब्दील हो गई है। यहां से लोगों का गुजरना बहुत ही मुश्किल हो गया है। करौंदी सुसुवाही से बाइपास मार्ग भी सीसी रोड बना था लेकिन उसकी भी हालत खस्ता हो गई है और बड़े-बड़े गड्ढे होने के कारण जगह-जगह जलजमाव हो गया है। सड़क के किनारे बनी नाली कचरे से पट चुकी है जिससे सड़क पर ही पानी भर गया है।
विधायक के खिलाफ सोशल मीडिया पर भड़का लोगों का गुस्सा
सुसुवाही के डॉ. निर्भय चतुर्वेदी और दीपक राजवीर सहित कई लोगों ने समस्या को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। स्थानीय विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह पर भी लोगों का गुस्सा भड़का है। कोरोना वायरस जैसी महामारी के समय जलजमाव और गंदगी से बीमारियों के फैलने से लोग काफी चिंतित हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने कमेंट किया है कि चुनाव के समय जनता अच्छी तरह जवाब देगी।
ट्रामा सेंटर के मुख्य मार्ग पर जलजमाव, पार्षद ने नगर निगम से की शिकायत
ट्रामा सेंटर नगवां के मुख्य मार्ग पर जलजमाव को लेकर स्थानीय पार्षद डॉ. रवींद्र सिंह ने नगर निगम से शिकायत की है। बरसात के शुरुआत में ही ऐसी स्थिति से आस-पास के लोग परेशान हैं, ऐसे में बाढ़ के समय यहां की स्थिति और ज्यादा भयावह हो जाती है। इस मार्ग से दर्जनों कालोनियों जुड़ती हैं। यहां तक कि रामनगर और बिहार आने-जाने वाले लोगों का मुख्य रास्ता भी यही है। पानी एकत्रित होने के कारण मरीजों को भी काफी परेशानी होती है। पानी मे बाइक और चार पहिया बंद होने से भी फजीहत झेलनी पड़ रही है। पार्षद रवींद्र सिंह ने कहा कि सामने घाट की आधा दर्जन कालोनी नगर निगम में नहीं थी जो अब शामिल हुई है। वहां सीवर की समस्या से लोग आए दिन दो-चार हो रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।