War Against corona : BHU में लगातार दिया जा रहा है प्रशिक्षण, ताकि न हो कोई चूक
BHU में चिकित्सा विभाग में लगातार दिया जा रहा है प्रशिक्षण ताकि न हो कोई चूक।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका आम जनता की है। लॉकडाउन के दौरान देश कर हर नागरिक सहयोग कर रहा है। ऐसे में हम चिकित्सकों की राह थोड़ी आसान हो जाती है। बीएचयू अस्पताल के हर एक कर्मचारी को कोरोना से जंग के लिए तैयार किया जा रहा है। दैनिक जागरण से बातचीत में यह बातें बीएचयू अस्पताल में कोविड-19 की नोडल अधिकारी डा. जया चक्रवर्ती ने कही।
डा. जया ने बताया कि बीएचयू अस्पताल के डाक्टरों सहित नर्सिंग व पैरा-मेडिकल स्टाफ व एंबुलेंस ड्राइवर को लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा है, ताकि किसी भी स्तर पर कोई चूक न होने पाए। इस आपा-धापी में कब लंच का समय हुआ और कब रात के भोजन का वक्त, ख्याल ही नहीं रहता। ऐसे में परिवार का हर सदस्य न केवल मुझे प्रोत्साहित कर रहा है, बल्कि उनकी ओर से पूरा सहयोग भी मिल रहा है।
अनुभव से मिला दायित्व
डा. जया के मुताबिक उन्हें शुरू से ही संक्रामक रोग के इलाज में रुचि रही है। वहीं एचआइवी रोगियों के साथ काम करने के मेरे अनुभव के कारण यह दायित्व दिया गया। मेरा पहला काम स्वास्थ्य देखभाल में लगे कर्मियों को बीमारी के बारे में सिखाना और सुरक्षा उपकरणों के उपयोग के बारे में प्रशिक्षित करना है। ताकि सभी सुरक्षित महसूस करते हुए आत्मविश्वास के साथ मरीज की देखभाल में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करें।
इमरजेंसी वार्ड में भी हो रही पहचान
इमरजेंसी में दो डाक्टर पीपीई (पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट) के साथ तैनात हैं। किसी मरीज में कोरोना की आशंका होने पर उसे 103 नंबर कमरे में भेजा जा रहा है, जहां से उनके सैंपल लेने के बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है। कोरोना वायरस संक्रमित या संदिग्ध रोगियों के लिए जहां कोरोना आइसीयू बनाया गया है, वहीं पॉजीटिव मरीज के लिए अलग से आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है।