घोसी विधानसभा उपचुनाव ; मतदाताओं ने वोटकटवा प्रत्याशियों को दिया जवाब, तीन प्रमुख प्रत्याशियों ने ही बांट लिए 1,85,774 मत
प्रदेश के 17वें विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ही इस उपचुनाव के परिणाम ने मतदाताओं को सोच समझ कर मतदान करने का स्पष्ट संदेश दिया है।
मऊ, जेएनएन। प्रदेश के 17वें विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ही इस उपचुनाव के परिणाम ने मतदाताओं को सोच समझ कर मतदान करने का स्पष्ट संदेश दिया है। मतदाताओं ने वोट काटने या महज उपस्थिति दर्ज कराने वाले प्रत्याशियों को एक सिरे से नकार दिया है। विधानसभा क्षेत्र में कुल पोल मतों 2,22,0571 में से 185774 मत मात्र तीन प्रत्याशियों के बीच सिमट गए।
इस उपचुनाव चुनाव में युवा मतदाताओं की तादाद काफी अधिक रही है। प्रत्याशियों में भी युवा से लेकर बुजुर्ग तक हरेक उम्र के कुल 11 प्रत्याशी रहे। बावजूद इसके मतदाताओं ने परिपक्वता का परिचय दिया। चुनाव परिणाम इसका स्पष्ट संकेत देता है। मतदाताओं ने जीत के मुहाने पर खड़े तीन प्रत्याशियों को ही मत देना उचित समझा। इलेक्ट्रानिक वोङ्क्षटग मशीन एवं डाक मत के जरिए मतदान करने वाले कुल 2220571 मतदाताओं में से 68371 ने भाजपा के प्रत्याशी विजय राजभर को मत दिया तो निर्दल प्रत्याशी सुधाकर ङ्क्षसह को मत देने वाले 66598 रहे। बहुजन समाज पार्टी के अब्दुल कय्यूम अंसारी को 50775 मतदाताओं ने पसंद किया। मैदान में उतरे कुल 11 प्रत्याशियों में से इन तीन सहित कांग्रेस के राजमंगल यादव एवं भासपा के नेबूलाल ने ही दस हजार का आंकड़ा पार किया। इन पांचों प्रत्याशियों को कुल 208853 मत मिले। नोटा बटन दबाने वाले 1749 मतादाताओं को पृथक कर शेष छह प्रत्याशियों को मिले मतों का आंकड़ा महज 9969 है। राजनीतिक ङ्क्षचतकों के लिए मंथन करने वाली बात यह कि गत चुनाव में कुल 240420 मत पोल हुए थे तो नोटा दबाने वालों की संख्या 1585 रही। इस बार पोल वोटों की संख्या 220571 यानी बीते मुख्य चुनाव की अपेक्षा 19935 कम रही पर नोटा दबाने वालों की संख्या 1747 हो गई। सभी 11 प्रत्याशियों को नापसंद करने वाले मतदाताओं में 162 की वृद्धि निश्चित ही आने वाले दिनों में मतदाता के राजनीतिक चुनावी प्रक्रिया से बेहद धीमी गति से विमुख होने का संदेश है।